नागौर के वैभव की 27वीं रैंक शहर के समाजसेवी ईश्वरचंद्र सोनी के पुत्र वैभव सोनी का राजस्थान न्यायिक सेवा में 27वीं रैंक से चयन हुआ है। वैभव के दादा भंवरलाल स्वर्णकार एडवोकेट थे। वैभव को आरजेएस में 27वीं रैंक मिलने पर समाज और परिवार में खुशी का माहौल है।
सेवानिवृत्त फौजी की बेटी बनी जज जिले के जायल क्षेत्र के कठौती निवासी सेवानिवृत्त नायब सूबेदार रामकिशोर बेड़ा की बेटी पूनम बेड़ा ने आरजेएस परीक्षा में 36वीं रैंक प्राप्त की है। पूनम ने बीए-एलएलबी आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ लॉ मोहाली से की। इसके बाद एलएलएम जोधपुर एनएलयू से किया। इसके बाद पूनम का जेएलओ में चयन हुआ। वर्तमान में वह सहायक आचार्य के रूप में सेवाएं दे रही हैं।
नागौर की भानजी वर्षा को मिली 54वीं रैंक नागौर से अलग होकर नया जिला बने डीडवाना-कुचामन के लाडनूं क्षेत्र के मंगलपुरा निवासी वर्षा सैनी पुत्री राजेन्द्र कुमार टाक ने आरजेएस परीक्षा में 54वीं रैंक हासिल की है। वर्षा के माता-पिता अध्यापक हैं। वर्षा का ननिहाल नागौर में है। रविवार को परिणाम जारी होने पर वर्षा के मामा धर्माराम भाटी सहित ननिहाल पक्ष के अन्य लोगों ने मिठाई बांटी।
बूड़सू की बेटी सरिता बनी जज बूड़सू की बेटी सरिता मेघवाल पुत्री बंशीलाल बोला का राजस्थान न्यायिक सेवा में 195वीं रैंक पर चयन हुआ है। इससे पहले सरिता का नेट में भी चयन हुआ था। सरीता ने बताया कि नेशनल यूनिवर्सिटी कटक, उड़ीसा से 2014 में बीए-एलएलबी की और 2017 में एलएलएम किया। तीसरे प्रयास में उसका चयन हो गया। सरिता मेघवाल का चयन होने पर ग्रामीणों ने खुशी जाहिर की और मिठाइयां बांटी।