सांस्कृतिक कार्यक्रम ने बांधा समां एलुमनी मीट के कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर की। इसके बाद सामूहिक नवोदय गीत ‘हमीं नवोदय हो’ का गान किया तो पूर्व विद्यार्थियों के रोंगटे खङे हो गए। इस दौरान छठी के बच्चों ने लाल टमाटर बङे मजेदार गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया तो नन्हे मुन्ने बच्चों ने योगा नृत्य किया तो एमपी हाॅल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इसके बाद रस्सी कूद नृत्य किया तो पूर्व विद्यार्थी धन्नाराम ने कविता पेश की तथा अल्का जांगीङ व रीना जांगीङ ने नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समां बांध दिए।
सभी पूर्व विद्यार्थियों का किया अभिनंदन कार्यक्रम के दौरान नवोदय विद्यालय के प्रथम बैच 1993 से 2024 तक के करीब 300 से अधिक पूर्व विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को शाॅल व बैग भेंटकर अभिनंदन किया। इस दौरान सभी कक्षाओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। एलुमनी सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष डाॅक्टर मूलाराम जांगू व दीपक नेहरा ने संबोधित करते हुए अपने-अपने कार्यकाल में किए गए सामाजिक कार्यों की जानकारी दी तथा नई जिम्मेदारी लेने वाले पदाधिकारियों का मार्गदर्शन किया।
हार को पाॅजिटिव एंगल से लें पूर्व विद्यार्थी डाॅक्टर कमल विश्नोई ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए छात्रों से कहा कि हार को सकारात्मक एंगल से लें और अगले प्रयास में और बेहतर करें, ताकि सफलता आपके कदम चूमे। प्रथम बैच के मनोज व्यास ने भी बच्चों का मार्गदर्शन किया।
पारीक बने सोसायटी के अध्यक्ष इस दौरान नवोदय विद्यालय एलुमनी सोसायटी का नया अध्यक्ष 1999 बैच के विद्यार्थी मनीष पारीक को चुना गया। वहीं 2000 बैच के शिवकरण मातवा को सचिव बनाया गया।
इन्होंने दिया सहयोग एलुमनी मीट के कार्यक्रम को सफल बनाने में उप प्राचार्य महेन्द्र चौधरी, ऊर्जा नवोदय सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष भरतपाल शेखावत, सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष कैलाश कासनिया, ऊर्जा के संभाग अध्यक्ष सोहन चौधरी, चेतन चौधरी, प्रहलाद कङवा, सूरजनारायण चौहान, ओपी महला, आईआरएस दिनेश जांगीङ, आरएएस अधिकारी भंवरलाल जनागल, आरटीएस नारायण दहिया, पूर्व उप सरपंच प्रहलाद डूडी, डाॅक्टर सुभाष जाखङ, डाॅक्टर विजय चौधरी, मुकेश लोमरोड़, प्रदीप चौधरी, मुकेश पंवार, मानसिंह, शक्तिसिंह डॉ. हरवेन्द्र चौधरी राधेश्याम, टिकमचंद, अशोक जोशी सहित 1998 बैच के पूर्व विद्यार्थियों एवं विद्यालय परिवार का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।