पुलिस के अनुसार गुरुवार सुबह सूचना मिली कि करणी कॉलोनी स्थित एक मकान में हजारीराम विश्नोई (70) व उसकी पत्नी चावली (65) के यहां कोई हलचल नहीं दिख रही। रात को लाइट भी बंद रही और सुबह दूध वाला भी गेट खटखटा कर चला गया। पुलिस को यह सूचना इनसे अलग रहने वाले पुत्र सुनील ने फोन पर दी। वहां दरवाजा खोलकर देखा तो टांके में पति-पत्नी दोनों मृत मिले। मकान दुमंजिला बना हुआ है, दरवाजे की बाएं तरफ की दीवारों पर तीन जगह दो-दो पेज पर उनकी पीड़ा लिखे पन्ने चस्पा थे।
हजारीराम उसमें दोनों बेटे-बहू, दोनों बेटी-दामाद के साथ पोते-दोहितों के करीब एक दर्जन नाम लिखे थे। शव निकालने से पहले पुलिस ने सभी परिजनों को सूचित किया। हजारी राम पेशे से ड्राइवर था, दो-तीन साल पहले ही उसने यह काम छोड़ा था। एलआईसी सहित अन्य इन्वेस्टमेंट के जरिए वो बरसों से यहां जमीन/प्लाट खरीदा करता था।
सुसाइड नोट पर परेशान करने वालों के नाम
हजारी राम ने सुसाइड नोट पर बेटे राजेंद्र, उसकी पत्नी रेशमी, सुनील, उसकी पत्नी अनीता, बेटी मंजू, सुनीता, दामाद जशकरण, हीरालाल, साऊ समेत करीब एक दर्जन नाम का जिक्र किया है, जिसमें उसके पोते-दोहिते भी शामिल हैं। बताया जाता है कि बेटे-बेटी हजारी राम के खिलाफ थे। प्रोपर्टी को लेकर ये सब उस पर कब्जा जमाना चाहते थे।
जबकि हजारी राम अपनी बची-खुची प्रोपर्टी बेचकर नागौर के पीपासर स्थित गुरु जम्भेश्वर धाम में 21 लाख रुपए देना चाहता था। सप्ताहभर पहले हजारीराम ने पींपासर में मंदिर के लिए आठ लाख एक हजार सौ रुपए दान किए थे। जिसकी रसीद चावली के नाम से काटी गई थी। उसके पास एक और प्लॉट है, जिसे बेचकर वो रकम भी यहीं दान करने वाला था। पत्नी चावली पिछले कुछ समय से कैंसर से पीडि़त थी।
इनका कहना
हजारी राम व उसकी पत्नी चावली ने टैंक में कूदकर आत्महत्या की है। गृह क्लेश में सम्पत्ति विवाद सामने आ रहा है। प्रताडि़त करने का पत्र भी मिला है, इस पर मामला दर्ज कर जांच की जाएगी। पुलिस सभी एंगल से मामले को देखेगी।
-नारायण टोगस, एसपी नागौर