तांती बांधने की लगी रही होड़
हरिराम बाबा के धाम में सांप काटने एवं अन्य रोगों से छुटकारा पाने के लिए तांती बांधने की परंपरा का इस बार भी श्रद्धालू पालन करते नजर आए। तांती बांधने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही। हालांकि मंदिर के ट्रस्ट की ओर से काफी बेहतर व्यवस्था की गई थी, फिर भी श्रद्धालुओं को तांती बांधने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। रास्तों में कई जगहों पर अव्यवस्था की स्थिति नजर आई, लेकिन मौजूद स्वंयसेवकों की टीम इस दौरान श्रद्धालुओं को धाम तक पहुंचाने के लिए पूरे समय मशक्कत करती नजर आई।
झण्डों से अटा पड़ा मेला मैदान
झोरडा ग्राम में लोक देवता के दर्शनों के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं के साथ ही आई झण्डियों से पूरा मेला स्थल भरा नजर आया। चारों ओर बाबा के भक्तों की झण्डियां ही लहराती नजर आ रही थी। लहराती झण्डियों के साथ बाबा के जयकारे लगाते भक्तों की आस्था से पूरा माहौल हरिराम बाबा के श्रद्धा के रंग में रंगा रहा। मेले में उत्तरप्रदेश, हरियाणा एवं पंजाब से पहुंचने वाले बाबा के भक्तों से पूरा धाम शाम तक भरा रहा। ग्राम पंचायत की ओर से मेला एवं इसके आसपास पूरे तीन किलोमीटर के एरिया तक कराई गई सफाई की वजह से श्रद्धालुओं में इस बार राहत रही। मेले में आई गाडिय़ों के लिए अलग से बना वाहन स्टैंड भी पूरा भरा रहा।
यह लगे रहे व्यवस्था बनाने में
मेला को सकुशल कराने के लिए उपखंड अधिकारी सुनील पंवार, पुलिस उप अधीक्षक विनोद सीपा, विकास अधिकारी रामदेव जांगिड़, सहायक विकास अधिकारी भँवर लाल बिश्नोई, रामनिवास बिश्नोई, सरपंच सुरेश चारण, राजस्व निरीक्षक किशन दान, पटवारी अर्जुनराम, ग्राम विकास अधिकारी दीपक बिठू , तहसीलदार नागौर एवं मुंडवा थानाधिकारी बालाजी के साथ मेला कमेटी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता लगे रहे।
पंचमी की पूर्व संध्या पर जागरण में भजनों की प्रस्तुतियां
नागौर. हरिराम बाबा का मेला झोरड़ा में हरिराम बाबा सेवा मंडल ट्रस्ट की ओर से कवि कानदान कल्पित स्मृति मंच पर हुई भजन संध्या में बाबा पर आधारित भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। भजन संध्या शुरू होने से पूर्व हरिराम बाबा मंदिर के पुजारी हनुमान प्रसाद शर्मा व सेवा मंडल ट्रस्ट के सदस्य ईश्वरदान चारण ने दीप प्रज्वलित व पूजन से किया। इस दौरान कलाकार सत्यपाल सान्दू का सम्मान किया गया। इसमें कलाकार सत्यपाल सान्दू, भवानी सिंह राठौङ,, मेघराज राव, सुनिता राव आदि ने शानदार भजनों की प्रस्तुति दी। कवि कानदान कल्पित रचित हरिराम बाबा के परचे”अबला ने जीवनदान”और “लालच का फल” सान्दू ने सुनाया तो श्रद्धालू मुग्ध हो गए। इसके साथ ही सान्दू “वानर बांको रे”,बाबो तपधारी,ऐसा गुरु दीनदयाल,धाकड़ धणी झौरङे वाळौ, वालों के भजन की प्रस्तुति दी गई। सुबह आरती व प्रसाद वितरण से भजन संध्या का समापन हुआ।