शहर के लोढ़ा की पोल में एक शादी समारोह में भाग लेने गुजरात वापी से आए अंकुश लुणावत की मौत से हर कोई स्तब्ध है। दरअसल, नागौर निवासी 27 वर्षीय अंकुश वापी में व्यापार करता है। साली की शादी होने पर वह यहां आया था और 12 दिसम्बर को शादी समारोह के कार्यक्रम में डांस कर रहा था। इस दौरान छाती में दर्द होने पर उसने ईसीजी करवाई और डॉक्टर को दिखाया। ईसीजी देखते हुए डॉक्टर ने उसे भर्ती होने के लिए कहा, लेकिन उसने हल्के में लिया और वहां से रवाना हो गया। इसके बाद किसी परिचित ने कहा तो पास के ही दूसरे अस्पताल में रुका, लेकिन पांच मिनट बाद ही उसकी मृत्यु हो गई। रिश्तेदारों ने बताया कि 15-20 दिन बाद उसकी भी शादी होने वाली थी। इससे पहले प्रताप सागर कॉलोनी में रहने वाली सुनील बोहरा की मौत ने भी हर किसी को झकझोर कर रख दिया।
सर्दियों में हार्ट अटैक आने के कारण
ऐसे में लोगों के जहन में यह सवाल आता है कि सर्दी के मौसम में ही हार्ट अटैक का खतरा क्यों बढ़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के मौसम में नसें सिकुडकऱ सख्त हो जाती हैं। इन्हें नॉर्मल करने के लिए शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है और इससे ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है। दिल पर दबाव पड़ता है जो हार्ट अटैक का कारण बनता है। डायबिटीज के मरीज को छह से आठ घंटे में खाना खा लेना चाहिए, कुछ लोग 12 से 13 घंटे बाद खाते हैं, जिसके कारण उनमें हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।
हार्ट अटैक के लक्षण
हार्ट अटैक का सबसे प्राथमिक लक्षण है सीने में दर्द होना। इसके साथ बाएं हाथ में दर्द, पसीना आना और सांस की तकलीफ। कुछ लोगों को गैस होने की फीलिंग आती है। महिलाओं में पेट दर्द व कलेजे में दर्द हो तो भी हार्ट अटैक की आशंका रहती है।
डॉक्टर से जानिए, हार्ट अटैक से कैसे बचा जा सकता है
सर्दियों में हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करना चाहिए, इसको लेकर हमने जेएलएन अस्पताल के फिजिशियन डॉ. अशोक झाड़वाल से बात की, उन्होंने बताया कि सर्दियों के दिनों में हार्ट की बीमारी से परेशान लोगों को सुबह बहुत जल्दी नहीं उठना चाहिए। जल्दी बिस्तर छोडऩे से सुबह के वक्त ठंड में नसें सिकुड़ी रहती हैं और ऐसे में तुरंत व्यायाम करने से परेशानी हो सकती है।
– सर्दियों में हल्की धूप निकलने पर बाहर निकलें और हल्की वॉक या व्यायाम करें। शरीर को गर्म कपड़ों से कवर करके रखें और हार्ड वर्कआउट से बचें।
– ठंड में लोग अक्सर तला भुना खाना (ऑयली फूड) ज्यादा खाने लगते हैं, जिससे बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।
– हार्ट को हेल्दी रखने के लिए ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखना जरूरी है। सर्दियों में कम से कम नमक का सेवन करें। शरीर में नमक पानी को रोकता है और हार्ट को इस लिक्विड को पम्प करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
– सर्दियों में ज्यादा पानी पीने से हार्ट को ज्यादा लिक्विड पंप करना पड़ता है। ऐसे में दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ता है।
युवाओं में अचानक हार्ट अटैक बढऩे का कारण
युवाओं में अचानक हार्ट अटैब बढऩे को लेकर विशेषज्ञों से बात करने पर डॉ. प्रहलाद ढाका व डॉ. झाड़वाल ने बताया कि खानपान व अनियमित दिनचर्या युवाओं में हार्ट अटैक का कारण बन रही है। आजकल युवा स्मॉकिंग और अल्कोहल का ज्यादा सेवन करने लगे हैं। तम्बाकू का सेवन चाहे चबाकर करें या स्मॉकिंग से, दोनों ही नुकसानदायक है। आजकल के युवा मोबाइल स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने लगे हैं, जिसके कारण उनका फिजिकल वर्कआउट कम हो गया है। इसके बाद वे ऑयली फूड और होटल का खाना ज्यादा खाते हैं, जिसके कारण हार्ट अटैक की समस्या ज्यादा होने लगी हैं।