UP Crime : मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक ऐसे गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो पिकअप गाड़ी से चलते थे और हाइवे किनारे स्थित गांवों को अपना निशाना बनाते थे। मुख्य रूप से इनके निशाने पर किसानों के दुधारू पशु हुआ करते थे। इस गैंग के सदस्य एक रात में दो से तीन भैंस या फिर गाय को चोरी करके पिकअप में लाद लेते थे और इस तरह एक ही रात में लाखों का इंतजाम कर लेते थे। जिस दिन इन्हे पशु नहीं मिलते थे उस दिन इनका टारगेट किसानों के ट्यूबवैल होते थे।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस गैंग के पकड़े हुए सदस्यों से पूछताछ की तो इन्होने बताया कि, ”मुख्य रूप से हम लोग, भैंस चोरी करते हैं। अगर किसी दिन भैंस नहीं मिलती तो ट्यूबवैल से एलटी लाइन को चोरी करते हैं” यानी साफ है कि इस गैंग के सदस्य बेहद शातिर हैं। ये चलती लाइन से बिजली के तार भी काट लेते हैं और फिर उन्हे पिकअप में भरकर बेच देते हैं। पुलिस ने इन्हे साधारण चेकिंग के दौरान पकड़ने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि साधारण चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान पिकअप को रुकने का इशारा किया गया तो चालक ने उसे भगा लिया। इस तरह शक होने पर इन लोगों को पकड़ लिया गया।
इस गैंग के पकड़े गए सदस्यों ने पुलिस को ये भी बताया कि ये लोग रात में निकलते थे और वापस लौटने का समय तड़के का रखते थे। इन्होंने बताया कि तड़क में ट्रैफिक भी कम मिलता है और रास्तों ने ज्यादा नाकाबंदी भी नहीं रहती। सुबह के समय अधिकांश चेकपोस्ट खाली मिलते हैं और पुलिस कम होने की वजह से ही आसानी से मेरठ तक पहुंच जाते थे।