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कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने मेरठ रोड स्थित सदर तहसील में केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में धरना दिया। इसके बाद इन कांग्रेसी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा इस ज्ञापन में उन्होंने केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आलोग लगाए हैं। इन नेताओं ने आरोप लगाया कि उनकी जनविरोधी नीतियों के चलते आम जनता को काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में महंगाई चरम सीमा पर है और अपराधी बेलगाम है। प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार, अनाचार की वृद्धि चिंतनीय है। इस ज्ञापन में सबसे बड़ा आरोप ये लगाया गया है कि घटनाओं में सत्तारूढ़ दल के विधायक शामिल हैं। यही वजह है कि सरकार अपेक्षित कार्रवाई के बजाय अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
इन नेताओं ने आरोप लगाए हैं कि सरकार की व्यापार विरोधी नीतियों के चलते जनपद में लोहे का कारोबार बंद होने के कारण कई इकाइयां बंद हो गई है। इन इकाइयों के बंद होने की वजह से लाखों लोग बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। प्रदेश के राजकीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है। साथ ही शिक्षा और स्वास्थ्य की अनदेखी की जा रही है। किसानों के खेतों में गन्ना समाप्ति तक शुगर मिलों को चालू रखवाया जाए। धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।