यह है पूरा मामला
आपको बता दे कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह 8 जून को जम्मू कश्मीर गए थे। वहां उन्होंने पत्थरबाजों के लिए आम माफी का जिक्र करते हुए मुकदमे वापस लेने की घोषणा की थी। साथ ही कहा था कि यह कदम सिर्फ स्थानीय नौजवानों के भविष्य को बचाने की खातिर उठाया गया है। हम अच्छी तरह समझते हैं कि किसी भी बच्चे को गुमराह करना आसान है। कुछ युवक गुमराह होकर पत्थरबाजी में शामिल हो गए थे। बच्चे तो बच्चे ही होते हैं और वह गलतियां करेंगे ही। इसलिए हमने उन सभी को माफी देने का फैसला किया जो पहली बार पत्थरबाजी में शामिल थे।
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युवाओं से हिंसा के मार्ग पर न चलने की अपील करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य व केंद्र सरकार ने उनके भविष्य को संवारने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इसलिए मैं सभी नौजवानों को हिंसा का मार्ग न अपनाने की अपील करता हूं। वे हिंसा से दूर रहते हुए विकास के मार्ग पर चलें। उन्होंने इस दौरान राज्य के प्रतिष्ठित खिलाडि़यों परवेज रसूल, मेहराजुद्दीन वडू, पलक कौर, बवलीन कौर और रियल कश्मीर फुटबॉल क्लब के खिलाडि़यों को भी सम्मानित किया।