वहीं घटना की सूचना जैसे ही युवक के परिजनों को लगी तो मौके पर ग्रामीणों का जमावड़ा लग गया। अपह्रत बताये जा रहे युवक संदीप के साथी सुरेंद्र ने बताया कि संदीप जानसठ रॉड स्थित के के पेपर मिल में काम करता है और वह शाम को अपनी डयूटी खत्म कर बाइक पर सवार होकर रोजाना की तरह अपने घर चाँदपुर मखियाली जा रहा था। उसी दौरान संदीप ने अपने भाई को फोन कर अपने अपहरण की सूचना दी थी।
संदीप द्वारा दी गई सूचना के बाद उसके परिजन उसके द्वारा बताया गए स्थान पर पहुंचे तो वहां उन्हें खून के छीटे लगी युवक की बाईक मिली। संदीप के परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की। एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक यादव ने घटना का जल्द खुलासा करने के लिए तुरंत कई टीमों को लगाया।
जिसके कुछ ही घंटों बाद दिन निकलते निकलते पुलिस ने अपह्रत बताये जा रहे युवक संदीप को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस पूछताछ में संदीप ने खुलासा किया कि मामला अपहरण का ना होकर खुद के अपहरण की साज़िस का था। इस मामले में जानकारी देते हुए एसएसपी मुज़फ्फरनगर अभिषेक यादव ने बताया कि खुद के अपहरण का नाटक रचने वाले युवक संदीप के किसी अन्य महिला से अवैध सम्बन्ध थे। जिसके चलते संदीप और उसकी पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा रहता था। जिससे पिछा छुड़ाने के लिए संदीप ने खुद के अपहरण की झूठी साज़िश रचने का ड्रामा किया। जिससे वह अपनी पत्नी से पिछा छुड़ाकर उस महिला के साथ रह सके। बहरहाल पुलिस ने खुद के अपहरण की झूठी साज़िस रचने के आरोप में संदीप को जेल भेज दिया है।