यूं तो उत्तर प्रदेश की पुलिस हमेशा अपने अजीबोगरीब कारनामों के कारण चर्चा का विषय बनी रहती। ऐसे में उत्तर प्रदेश की इस खाखी का एक NRI परिवार विदेश में बैठकर तारीफ करते नहीं थक रहा। उनका ऑडियो आजकल सोशल मिडिया पर जमकर वॉयरल हो रहा है। इस ऑडियो में एक NRI उत्तर प्रदेश पुलिस का तह दिल से धन्यवाद कर जमकर तारीफ कर रहा है। दरअसल, जिले की पुलिस में तैनात एक उपनिरीक्षक करण नागर ने पुरे भारत वर्ष की पुलिस का सिर ऊंचा करने का काम किया है। दरोगा करण नागर द्वारा इन्सानियत के नाते एक NRIपरिवार की बढ़-चढ़ कर मदद करने का नतीजा ये निकला कि NRI ने कनाडा पहुंचकर इस दरोगा को फोन कर थैंकू बोला और भारत की पुलिस में ऐसे पुलिसकर्मी होने पर पूरे विभाग की सराहना की।
मामला उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर के नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के नेशनल हाईवे 58 की 11 जुलाई की सुबह का है। जहाँ दिल्ली से NRI दीपक राजदान अपने परिवार के साथ अपने पिता की अस्थियां विसर्जन के लिए हरिद्वार जा रहे थे। उसी समय हाई-वे स्थित रथेड़ी मोड़ पर एक अनियत्रित ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी और चालक ट्रक को लेकर फरार हो गया। उसी दौरान अपनी टीम के साथ जीप से पेट्रोलिंग कर रहे बागोवाली चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर करण नागर ने इस NRI परिवार की मद्दद करते हुए उन्हें हरिद्वार जाने के लिए कार उपलब्ध कराकर कुछ ही घंटो में ट्रक ड्राईवर को भी हिरासत में लेकर ट्रक को अपने कब्जे में ले लिया और वापसी में NRI दीपक राजदान को कनाडा जाने के लिए एयरपोर्ट तक गाड़ी की व्यवस्था की, जिसके बाद NRI दीपक राजदान ने कनाडा पहुंचकर उपनिरीक्षक करण नागर को फ़ोन कर तहेदिल से धन्यवाद कर खाखी की जमकर तारीफ की।
दीपक राजदान और सब इंस्पेक्टर करण नगर की फोन पर बातचीत की ये ऑडियो मुज़फ्फरनगर में सोशल मिडिया पर जमकर वॉयरल हो रही है। इसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। इस ऑडियो में दीपक राजदान करण नागर को बोल रहे हैं कि भारतवर्ष में आप जैसे अधिकारी भी हैं। अपने हमारा दिल जीत लिया है। हम आपका तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। दीपक राजदान सब इंसपेक्टर से ये तक भी कहते है की अब तक पुलिस का नाम सुनकर लोग डरते थे। ईधर-उधर भागते थे, लेकिन आप जैसे अफ़सर होंगे तो कोई पुलिस से नहीं डरेगा।
वहीं, इस मामले में सब इंस्पेक्टर करण नागर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 11 जुलाई की सुबह बरसात हो रही थी। इसी दौरान दिल्ली से एक NRI फैमली अपने पिता की अस्थियां लेकर हरिद्वार जा रहे थे। तभी हाई-वे पर रथेड़ी कट पर एक ट्रक ने उनकी कर को टक्कर मार दी और ट्रक ड्राईवर ट्रक लेकर फरार हो गया, जबकि ट्रक ड्राइवर को उनकी मद्दद करनी चाहिए थी। इसी दौरान हाईवे पर मैं पैट्रोलिंग कर रहा था। तभी मैंने इस परिवार की मद्दद की थी, जो मेरा कर्तव्य भी था। मैंने इन्हें हरिद्वार के लिए कार का इंतजाम कराया और उसके बाद ट्रक ड्राईवर को भी ट्रक के साथ पकड़ लिया। हरिद्वार से लौटते समय ट्रक ड्राइवर के माफ़ी माँगने पर इनका फैसला हो गया और फिर इस NRI परिवार को मैंने दिल्ली के लिए कार का इंतजाम कराकर रवाना कर दिया था, जिससे खुश होकर और मेरा काम देखकर कनाड़ा से दीपक राजदानने मुझे कॉल कर धन्यवाद दिया और भारत की पुलिस का भी धन्यवाद किया।