क्यूआर कोड का हआ मिलान मामला थाना मंसूरपुर क्षेत्र का है। वहां पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गांव नावला स्थित सरकारी देसी शराब के ठेके पर नकली शराब की बिक्री हो रही है। इसमें मंसूरपुर के थाना प्रभारी मनोज चहल व आबकारी निरीक्षक कमलेश कश्यप ने संयुक्त रूप से दुकान पर छापेमारी की। इसमें शराब के 392 पव्वे संदिग्ध पाए गए। इन पर शादी लाल डिस्टलरी एवं केमिकल वर्क्स मंसूरपुर मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) तोहफा ब्रांड का रैपर मिला। क्यूआर कोड का मिलान करने पर दोनों फर्जी पाए गए।
इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज दुकान से मौके पर 2835 पव्वे और मिले। स्टॉक रजिस्टर पूरा नहीं होने के कारण इनको कब्जे में ले लिया गया। पुलिस ने दुकान के मालिक नरेश निवासी हुसैनपुर बोपारा थाना मंसूरपुर मुजफ्फरनगर व सेल्समैन आशीष के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। मुजफ्फरनगर एसएसपी अभिषेक यादव का कहना है कि सरकारी ठेके से शादीलाल डिस्टलरी के फर्जी रैपर लगे 392 पव्वे पकड़े गए हैं।