जिसके चलते पुलिस ने गहनता से इन मामलों में जाँच कर कुछ लोगो को बेगुनाह पाया था। पुलिस अब इन लोगों को जेल से रिहा करने का काम कर रही है। इसी कड़ी में दो दिन पूर्व तीन भाईयों सहित एक सेवायोजन कार्यालय के बाबू खालिद को जेल से रिहा किया गया है। इस मामले में जेल से रिहा हुए तीनों भाईयो में से एक अतीक ने बताया कि उसके पापा की तबियत दो तीन दिनों से ख़राब थी।
डॉक्टर ने रिपोर्ट कराई और कहा कि कंडीशन ज्यादा ख़राब है। उन्हें हम कार से मेरठ लेकर जा रहे थे। उसी दौरान मीनाक्षी चौक पर पुलिस वालों ने पीछे से हम दोनों भाइयों को उतार लिया। हमें ही नहीं, हमारे पापा जिनकी तबियत ख़राब थी, उन्हें भी निचे उतार लिया और फिर हमारी बहुत पिटाई की। फिर हमें कुछ देर गाड़ी में बैठाये रखा और पुलिस लाइन ले गए। फिर अगले दिन हमें जेल भेज दिया। हम दस दिन बाद छूटे हैं।
वहीं इस मामले में एसपी सिटी सतपाल अंतिल ने बताया कि 20 तारीख के बाद जो भी लोग जेल गए थे उनकी उपद्रव में भूमिका की जांच की जा रही है। इसी क्रम में चार लोगों की संलिप्त इसमें नहीं मिली। उनको धारा 169 सीआरपीसी के अंतर्गत हमारी तरफ से न्यायालय में रिपोर्ट पेश की गई। जिसमें पुलिस के द्वारा लिखा गया कि उसमें इन लोगो का इंवोल्मेंट नहीं है। न्यायालय ने इसका संज्ञान लेते हुए उनको जेल से रिहा करने के आदेश दिए हैं।