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सपा के ‘खेला होई’ पर बीजेपी का पलटवार, ‘2022 में खेला ना होई, अपराधियों का खेला खत्म होई’ उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने हाल ही में बयान देते हुए कहा था कि जाट समाज ने 2013 में हुए दंगे के समय एक मौलाना के पैर पकड़ते हुए माफी मांगी थी। सपा नेता के इसी बयान को लेकर जाट समाज में आक्रोश है। जाट समाज जगह-जगह इस बयान के विरोध में अबू आजमी के पुतले फूंकते हुए कार्रवाई की मांग कर रहा है। वहीं, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान ने भी अबू आजमी के बयान की कड़ी निंदा की है। बालियान का कहना है कि अबू आजमी ने जाट समाज को अपमानित किया है। पश्चिमी यूपी के लोगों को यह कतई बर्दाश्त नहीं है। दंगों में हजारों निर्दोषों को जेल भेजने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इसके लिए माफी मांगें। इसके साथ ही उन्होंने अबू आजमी को चेतावनी देते हुए कि वह मुंबई में ही रहें, वेस्ट यूपी में आने का प्रयास नहीं करें।
अबू आजमी के बयान को लेकर जाटों का गुस्सा उबाल पर है। मीरापुर में जहां भाजपाइयों ने अबू आजमी का पुतला फूंककर अखिलेश यादव के खिलाफ नारेबाजी की है और अबू आजमी को तत्काल पार्टी से बाहर करने की मांग उठाई है। इसी बीच मुजफ्फरनगर शहर से सटे पीनना गांव के रहने वाले रोबिन सिंह ने एक वीडियो में कहा है कि सपा नेता अबू आजमी ने जाटों के प्रति ऐसा बयान देकर मान सम्मान को ठेस पहुंचाई है। अबू आजमी यहां आया तो हम उसका सिर उतार लेंगे। अगर कोई भी उसका सिर लाता है तो उसे पांच लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा।