यह भी पढ़ेंं : रात के समय घर में सो रहे थे सब, तभी पहुंचे ‘ये’ और कुछ देर बाद मच गई चीख-पुकार शोक सभा के कार्यक्रम के बाद डिप्टी सीएम ने शिक्षा विभाग के सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एक बैठक की। साथ ही उन्होंने भाजपा नेताओं के साथ भी वार्तालाप किया। इस दौरान डीप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि पार्टी के निचले स्तर से काम प्रारंभ कर मालती शर्मा महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनी और राज्यसभा सदस्य रहीं। इसके बाद उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा और अब पार्टी के प्रति अंतिम समय तक एक श्रेष्ठ कार्यकर्ता के रूप में काम करती रहीं। वह हम सबके बीच में नहीं है, आज ही राम कुमार वर्मा जो हमारी पार्टी के विधायक उनका तेरहवीं संस्कार था और आज ही आदरणीय मालती शर्मा जी का तेरहवीं संस्कार है। इसलिए मैं कलराज मिश्र और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे आए हैं और श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उन्हें हम लोग दूसरे कार्यक्रमों में जाएंगे।
वहीं शिक्षा विभाग के सवालों पर जवाब देते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि जो हमारे पास में माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा है जितने भी रिक्त पद हैं। हमने उनको विज्ञापित करा दिया है और माध्यमिक में जो कुछ लोग उच्च शिक्षा में एक हजार के लगभग कुछ लोग ज्वाइन भी कर चुके हैं। माध्यमिक शिक्षा में भी लगातार जो माध्यमिक शिक्षा चयन आयोग का बोंड है उसमें भर्तियों का क्रम जारी है। जहां पर रिक्त पद हैं वहां पर जब तक आयोग से भर्ती ना हो जाए तब तक जो सेवानिवृत्त अध्यापक हैं। उनको सुनिश्चित मानदेय पर रखने का निश्चय हुआ है। हम अपने नौजवानों को स्थाई नौकरी देना चाहते हैं इसलिए सभी विश्वविद्यालय में जितने भी पद खाली थे हमने उनको विज्ञापित करा दी हैं।
माध्यमिक शिक्षा परिषद और उच्च शिक्षा परिषद में भर्तियों का दौर जारी है और जल्द ही मैं समझता हूं कि दिसंबर आते आते जो हमारे रिक्त पद है अधिकांश भर जाएंगे। हमने शैक्षिक पंचांग को जारी किया है। कब किसको कितना पढ़ाना है और इसी के हिसाब से हमने अपनी परिक्षाओं को 7 फरवरी से रखा है और 16 दिन के कार्य दिवस में माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाओं को संपन्न कराया जाएगा। पिछला भी जो बकाया है उसको भी हम लोग कर रहे हैं और अभी जो पद हैं उनको भी हमने भी ज्ञापित किया है ।
उन्होंने कहा कि शिक्षा की पारदर्शिता हो इसलिए हमने एनसीआरटी का कोर्स हमने पूरे प्रदेश में 1 साल लागू किया है और पहली बार एक क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है। जब निजी स्कूलों में 20000 ऊपर से जो शुल्क लिया जाता है। उनके लिए एक नियंत्रण अधिनियम को हमने पारित किया है और हमारा मकसद यह है कि हम शुद्धता लाएं पारदर्शिता लाएं। समय से परीक्षा हो समय से रिजल्ट हो और नकल विहीन परीक्षा हो। नकल विहीन परीक्षा के लिए जो हमारे परीक्षा केंद्र है उनके लिए हमने एक पारदर्शिता व्यवस्था को हम ने लागू किया है और उसके अंतर्गत जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी है और जिलाधिकारी की अध्यक्षता की जो कमेटी होगी। वह इसका निर्धारण करेंगे इसमें ड्राइव्स और सचिव होगा की परीक्षा केंद्र कहां हो सीसीटीवी कैमरा हो, वॉइस रिकॉर्डिंग हो, चारदीवारी हो, जनरेटर हो, इनवर्टर टॉयलेट पुरुष और महिलाओं के अलग-अलग बने हो। यह तमाम आवश्यकता रखी है हमारा परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के बाद में हम समय से कॉपी की चेकिंग और समय से परीक्षा का परिणाम निकाल लेंगे।
वहीं मंत्री मंडल के विस्तार पर पूछे गए प्रश्न पर जवाब देते हुए बोले कि मुजफ्फरनगर की आप बिल्कुल भी चिंता नहीं कीजिए। मुजफ्फरनगर के हमारे विधायक बहुत ही कर्मठ और क्रियाशील हैं और अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने भारतीय जनता पार्टी को बहुत कुछ दिया है। मैं ऐसे नहीं कह सकता मुझे कोई फेरबदल की जानकारी नहीं है लेकिन इतनी जानकारी जरूर है कि माननीय मुख्यमंत्री की प्राइटी में यह पश्चिम उत्तर प्रदेश और यहां का किसान हमेशा रहता है और इसकी चिंता वे हर तरीके से कर रहे हैं।