कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरेंद्र त्यागी ने कुछ आंकड़े पेश करते हुए बताया कि जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तब पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रु प्रति लीटर एवं डीजल पर 3.46 रु प्रति लीटर था। पिछले 6 वर्षों में केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 23.78 रु प्रति लीटर एवं डीजल पर 28.37 रु प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी कर दी है। चौंकाने वाली बात है कि पिछले छः वर्षों में भाजपा सरकार द्वारा डीजल के उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत तथा पेट्रोल के उत्पाद शुल्क में 258 प्रतिशत की वृद्धि की गई।
उन्होंने कहा कि एक तरफ देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है तो वहीं दूसरी ओर सरकार पेट्रोल व डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है। मोदी सरकार द्वारा भारत के नागरिकों से की जा रही जबरन वसूली एकदम स्पष्ट परिलक्षित रही है।