भाजपा नेता का बड़ा बयान- इंसाफ नहीं मिला तो दे दूंगा इस्तीफा- देखें वीडियाे
दरअसल मामला मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी कार्यालय का है। यहां बुधवार को सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्या को लेकर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। वहीं उन्होंने जिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि किसानों की तरफ से मौजूदा सरकार आंख बंद किए बैठी है। जिसके कारण किसान अनेक समस्याओं से घिरा बैठा है और ऊपर से सरकार तरह-तरह की वसूली को लेकर किसानों को जेल में डाल रही है। किसानों को खुशहाली एवं तरक्की का सपना दिखाकर लूट लिया गया है। अब किसान शादी विवाह भी अपने बच्चों की नहीं कर पा रहे है।
राज्यपाल के नाम दिया पांच सूत्रीय मांगों का दिया ज्ञापन
वहीं कांग्रेस पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम किसानों की पांच मांगों का एक ज्ञापन दिया। इसमें गन्ने का रेट भी कम से कम 450 रुपये की मांग की गई है। जिन किसानों को अपनी फसल की परानी जलाने पर जेलों में डाल दिया गया है। पीडि़त किसानों से मुकदमा वापस लेकर जेल से छुड़ाया जाये। किसान के गन्ने का भुगतान 14 दिन तक के ब्याज सहित भुगतान किया जाये। किसानों को गन्ने के आवंटन में भेदभाव बरता जा रहा है और गन्ने की पर्ची का आवंटन समय और सही नहीं किया जा रहा है। किसानों की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। इसलिए उनकी बिजली की दर कम की जाये।