जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने मौके पर मौजूद भीड़ को नागरिकता संशोधन एक्ट की बारीकियों के बारे में समझाया। उन्होंने 20 दिसंबर को हिंसा और उपद्रव का जिक्र करते हुए कहा कि इस पूरे मामले में निर्दोष लोगों को छेड़ा नहीं जाएगा। जबकि आरोपियों को किसी कीमत पर नहीं छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं, प्रदेश कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान ने क्रिकेट खेलने के दौरान पाकिस्तान जाने के अनुभव को लोगों के बीच में साझा किया। उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकता देने का बिल है न कि किसी की नागरिकता छीनने का। उन्होंने कहा कि जिनके बाप दादा हिंदुस्तान में पैदा हुए हैं उनकी नागरिकता कोई छीन नहीं सकता।
इस दौरान परमधाम के संस्थापक चंद्र मोहन महाराज ने कहा कि देश से जाति प्रथा समाप्त होनी चाहिए तभी हिंदुस्तान मजबूत होगा। उन्होंने सलाह दी कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होगा। वहां एक पुजारी एससी और दो पुजारी ओबीसी व एक पुजारी सामान्य वर्ग के होंगे तो अपने आप ही भेदभाव खत्म हो जाएगा। इसी तरह पूरे देश में जितने भी बड़े मंदिर हैं, उनमें भी यही व्यवस्था लागू की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान को लेकर कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का संविधान धारा 370 के साथ अधूरा था। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धारा 370 हटाकर पूरा किया गया है।
पदयात्रा के दौरान लोगों के हाथ में तिरंगा लहरा रहे थे। लोग भारत माता की जय के नारे लगाते हुए राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान से पदयात्रा के लिए रवाना हुए। इस दौरान हजारों लोगों का जोश देखते ही बन रहा था। इसके बाद शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए वापस राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में ही पदयात्रा समाप्त की गई।