राकेश टिकैत ने बोले-इस बार नहीं होगी गड़बड़ी, अब जनता तैयार बैठी
भारतीय किसान यूनियन के लीडर राकेश टिकैत ने कहा कि अगर 26 जनवरी के दिन लाल किले की बजाय ये लोग ट्रैक्टरों को संसद की ओर मोड़ देते तो काम हो जाता। वह तो अच्छा हुआ कि इन लोगों ने बहका दिया और ट्रैक्टर लेकर लोग लालकिले पर चले गए। उस दिन हमारे साथ 25 लाख लोग थे। राकेश टिकैत ने कहा “अगर ये लोग संसद की ओर मुड़ जाते तो उसी दिन सब निपट जाता। अब यह निपटेगा। अब तैयारी है जनता की। जनता इसके लिए तैयार बैठी है।” इतना ही नहीं, राकेश टिकैत ने आगे कहा “अब हम तैयार बैठे हैं। बस इस सरकार को फिर से कुछ गड़बड़ करने दो। इस बार हम कोई चूक नहीं करेंगे। वह तो हमसे उस दौरान चूक हो गई कि संसद की ओर ट्रैक्टरों को नहीं घुमाया।”
कोलकाता रेप-मर्डर मामले पर भी की विवादित टिप्पणी
इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप और नृशंस हत्या पर भी अपना बयान दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या हुई। इसका केस उनके (आरोपियों) पर दर्ज हो गया, लेकिन पूरे देश में इसको हाइलाइट करने का क्या मतलब है। क्या यह इसलिए हो रहा है कि सरकार गिरा दिया जाए और राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। इसका यही एक मकसद है। ऐसा ही रहा तो फिर बांग्लादेश जैसा ही हाल होगा। ऐसा करना ठीक नहीं होगा। राकेश टिकैत की इस बातचीत का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। इसे देखकर लोग उनकी खूब आलोचना कर रहे हैं। राकेश टिकैत के बयान से भाजपा में उबाल
राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा शासित राज्यों में भी दुष्कर्म और हत्या जैसी घटनाएं हो चुकी हैं, मगर वहां इन मामलों को दबाया जाता रहा है। राकेश टिकैत के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने प्रतिक्रिया दी। भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, “यह बयान शर्मनाक है, जो राकेश टिकैत जैसा व्यक्ति दे सकता है। राहुल गांधी ने भी कहा था कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज में दुष्कर्म और हत्या ध्यान भटकाने वाला मामला है। उन्होंने कहा कि यह ममला बनर्जी सरकार के खिलाफ एक षड़यंत्र है, जो पिछले 10 दिनों से जारी है।”
भाजपा ने पूछा सवाल- क्या सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप भी दुष्प्रचार और षड़यंत्र है?
उन्होंने आगे कहा “मैं राकेश टिकैत से पूछना चाहता हूं कि क्या सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप भी दुष्प्रचार और षड़यंत्र है? सुप्रीम कोर्ट ने ममता बनर्जी सरकार को फटकार लगाई और बताया कि कैसे सबूतों को छिपाया गया है। क्या सुप्रीम कोर्ट भी इस षड़यंत्र में शामिल है? आप हमें यह बताइए कि पीड़िता के माता-पिता जो न्याय मांग रहे हैं और यह कह रहे हैं कि ममता बनर्जी उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन नहीं दे रही, क्या वे भी इस षड़यंत्र में शामिल हैं? राहुल गांधी इसे ध्यान भटकाने वाला मामला कह रहे हैं।”