भाकियू कार्यकर्ताओं और किसानों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद भाकियू जिला अध्यक्ष भी मौके पर पहुंच गए और थाने जाकर मारपीट करने वाले 6 भाजपा नेताओं के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया, जिसके बाद भाजपा और भारतीय किसान यूनियन में तलवारें खिंच गई हैं। अब भारतीय किसान यूनियन भाजपा को उपचुनाव में सबक सिखाने की धमकी दे रही है।
दरअसल उत्तर प्रदेश में
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी भाजपा की सरकार को 13 माह बीत चुके हैं, जिसके चलते उत्तर प्रदेश के जनपद शामली की कैराना लोकसभा और बिजनौर की नूरपुर विधानसभा में उपचुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं। इन दोनों सीटों को जीतने के लिए भाजपा कोई कोर कसर छोड़ने को तैयार नहीं है इसी के चलते भाजपा ने प्रदेश भर में ब्लॉक स्तर पर किसान कल्याण कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें किसानो को सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देने और उनका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाना था।
जनपद मुजफ्फरनगर में सभी ब्लॉक स्तर पर यह कार्यशाला हुई। इसी के तहत चरथावल ब्लॉक में ऐसी कार्यशाला हुई कि किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं में मारपीट हो गई। बात थाने तक पहुंची तो दोनों पक्षों के 6-6 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया। भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष राजू अहलावत चरथावल के ब्लॉक अध्यक्ष विकास शर्मा की माने तो किसानों के साथ हुई यह मारपीट क्षेत्रीय विधायक विजय कश्यप व नगर पंचायत चरथावल के चेयरमैन सत्येंद्र त्यागी की मौजूदगी में हुई। दोनों पक्षों के दवाब के चलते थाना प्रभारी जी सी शर्मा ऐसे घिरे कि दोनों ओर से मुकदमा दर्ज करना पड़ा और बात बड़े नेताओं तक पहुंची तो पूर्व केंद्रीय मंत्री व मुजफ्फरनगर के सांसद
संजीव बालियान और जनपद के प्रभारी मंत्री सतीश महाना ने पुलिस कप्तान से अपनी सख्त नाराजगी जाहिर की।
यही नहीं थाना खतौली कोतवाली क्षेत्र के गांव में प्रभारी मंत्री द्वारा रात्रि प्रवास है व कुछ परियोजनाओं का लोकार्पण कार्यक्रम था, जिसमें मीडिया के कैमरे में मंत्री की SSP से की गई नाराजगी कैद हो गई। यही नहीं प्रभारी मंत्री ने भी SSP से नाराजगी जाहिर की। नाराजगी के चलते थाना चरथावल के प्रभारी निरीक्षक जी सी शर्मा चरथावल कस्बा चौकी इंचार्ज विनोद तेवतिया को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी।
यह भी देखें-गुस्साए लोगों ने मासूमों के शव को सड़क पर रखकर जाम लगा भाजपा नेताओं की नाराजगी एसएसपी अनंत देव तिवारी ज्यादा समय तक नहीं झेल पाए और नतीजा यह हुआ कि भाजपा के बड़े नेताओं के दबाव में अपने दो पुलिस अधिकारियों को लाइन हाजिर कर दिया। एसएसपी अनंत देव तिवारी अब सुरक्षा का हवाला देकर पुलिसकर्मियों को ही दोषी मान रहे हैं।
यह भी देखें-दबंगों ने रास्ते से महिला को अगवा कर किया गैंगरेप अब बारी आती है भारतीय किसान यूनियन की। किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहने वाली भारतीय किसान यूनियन अब भाजपा नेताओं को चुनाव में देख लेने की धमकी दे रही है। बाकी नेताओं का कहना है कि सरकार की योजना किसानों तक नहीं पहुंच रही। किसानों पर एक तो कुदरत की मार और ऊपर से भाजपा नेता भी अपनी सत्ता का रौब झाड़ते नजर आ रहे हैं। भाकियू के जिलाध्यक्ष राजू अहलावत का कहना है कि अगर किसानों का उत्पीड़न बंद नहीं होता तो भाकियू को मजबूरन उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी का विरोध करना पड़ेगा जो भाजपा को भारी पड़ सकता है।
यह भी देखें- एनटीपीसी कर्मी अपने जीवन के अंधकार को दूर करने के लिए 48 घंटे के उपवास पर घटना के बाद से भाजपा कार्यकर्ताओं भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं में तनाव की स्थिति बनी हुई है और एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगा रहे हैं। जहां भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं पर किसानों से मारपीट का आरोप लगा। वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी भाकियू पदाधिकारी व किसानों पर उनके साथ मारपीट करने का आरोप लगा रहे हैं।