इस बारे में कंवर हसन का कहना है कि जब पूरा देश भाजपा के खिलाफ एकजुट हो रहा है तो वह क्यों अलग जाएं। इसीलिए उन्होंने भी तबस्सुम हसन को समर्थन दे दिया है। उनके परिवार में इतने बड़े मतभेद नहीं थे कि उन्हें खत्म न किया जा सके। अब वह राष्ट्रीय लोकदल के साथ हैं। लोकदल के बारे में उन्होंने भी बोलने से इनकार कर दिया। सिर्फ इतना बोले कि लोकदल क्या करेगी, यह लोकदल वाले जानें। अब वह गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
गुरुवार को कैराना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा से ठीक पहले भाजपा को एक और झटका लगा। अभी तक तबस्सुम हसन के विरोध में चुनाव मैदान में खड़े लोकदल प्रत्याशी और उनके देवर कंवर हसन ने राष्ट्रीय लोकदल को समर्थन देने की घोषणा कर दी। मुख्यमंत्री की जनसभा से पहले ही इस प्रोग्राम की फोटो वायरल सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। सोशल मीडिया पर जब फोटो आई तो कैराना उपचुनाव की राजनीति में एक हलचल मच गई।
कैराना उपचुनाव में जिस तरह से छोटे- बड़े सभी दल एक होते जा रहे हैं। ऐसे में यह भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल साबित होने वाला है। उधर, भाजपा ने भी कैराना उपचुनाव में पूरी ताकत झोंक रखी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद तीन दिन में दो चुनावी सभाएं कर चुके हैं। सहारनपुर के अंबेहटा में जनसभा करने के बाद अब शामली में मुख्यमंत्री की जनसभा है। भाजपा के दर्जनभर से अधिक वरिष्ठ नेता और मंत्री कैराना और सहारनपुर में डेरा डाले हुए हैं।
कंवर हसन ने लोकदल पार्टी से दावेदारी की थी। उनकी दावेदारी के बाद से गठबंधन प्रत्याशी पर हार का संकट मंडरा रहा था। इसका एक मुख्य कारण यह था कैराना लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोट बैंक का दोहरीकरण हो रहा था। गुरुवार को रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी की मौजूदगी में कंवर हसन ने अपनी भाभी तबस्सुम हसन को समर्थन दे दिया।