यह भी पढ़ें- अजित सिंह ने पीएम मोदी और सीएम योगी को लेकर दिया ऐसा विवादित बयान कि लखनऊ से दिल्ली तक मची खलबली बता दें कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चौधरी रघुवीर सिंह का जन्म 1921 में मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर क्षेत्र के गांव बरवाला में एक किसान परिवार में हुआ था। रघुवीर सिंह के परिवार का देश की रक्षा और सुरक्षा में अहम योगदान रहा है। उनके सहित उनके परिवार के कई लोग द्वितीय विश्व युद्ध से लेकर कारगिल युद्ध तक होने वाली सभी लड़ाइयों में शामिल रहे हैं। चौधरी रघुवीर सिंह वर्तमान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आजाद हिंद फौज के मुजफ्फरनगर और शामली जिले के अंतिम फ्रीडम फाईटर थे, जिनके निधन के बाद अब जिले में कोई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं है। परिजनों के अनुसार शुक्रवार की सुबह 5 बजे उन्होंने मैक्स हॉस्पिटल गाजियाबाद में अंतिम सांस ली।
यह भी पढ़ें- कैराना उपचुनाव: जाट आरक्षण समिति ने कहा- भाजपा की हार के बाद योगी जी को सपने में भी जाट दिखाई देंगे चौधरी रघुवीर सिंह ने द्वितीय विश्व युद्ध मे बर्मा, सिंगापुर, जापान, मलाया आदि मोर्चों पर रहे। वे आर्टिलरी रेजिमेंट के सैनिक रहे। उनके परिवार में एक पुत्र एवं दो पुत्री हैं। सभी सरकारी सेवाओं में है। उनका पुत्र रविन्द्र सिंह लोक निर्माण विभाग शामली में अधिशासी अभियंता के पद पर है। रघुवीर सिंह का जीवन बेहद अनुशासित और सादगी भरा रहा। सेना के बाद वे दिल्ली पुलिस में भी रहे और 1981 में सेवानिवृत्त हुए। उनका अंतिम संस्कार गांव बरवाला में किया गया। अंतिम संस्कार के समय पूर्व केंद्रीय मंत्री व मुजफ्फरनगर के सांसद डॉ संजीव बालियान, चरथावल विधायक विजय कश्यप, कई गांवों के प्रधान, जिला पंचायत सदस्यों सहित एडीएम, एसपी क्राइम, सीओ बुढाना, सहित हजारों लोग उपस्थित रहे।