आजम खान के समधी पर बहू को नशे के इंजेक्शन देकर अप्राकृतिक दुष्कर्म का केस दर्ज दरअसल, मामला थाना पुरकाजी क्षेत्र का है। जहां पुरकाजी कस्बे से मात्र 12 किलोमीटर की दूरी पर खादर क्षेत्र शुरू हो जाता है। इस खादर में कई वर्षों से लगातार बारिश होने से किसानों की हजारों बीघा जमीन पर लगी फसल जलमग्न हो जाती है। इससे किसानों को लाखों रुपये का नुकसान प्रतिवर्ष उठाना पड़ता है। खादर में बाढ़ का पानी ग्रामीणों के घरों के अंदर घुस जाता है, जिससे जन-जीवन भी अस्त-व्यस्त हो जाता है। और यहां के लोगों अपने घरों को छोड़कर अन्य स्थानों का रुख करना पड़ता है। इतना ही नहीं सड़कों पर जलभराव की स्थिति बनने से आवागमन भी बंद हो जाता है।
यूपी के इस शहर में गो हत्या के आरोप में युवक की बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या, क्षेत्र में तनाव, पुलिस फोर्स तैनात खादर के ग्रामीणों का अरोप है कि बाढ़ के पानी से निपटने के लिए कई बार शिकायतें की, मगर उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हारकर खादर के ग्रामीणों ने गांव शेरपुर के इंटर काॅलेज के मैदान में महापंचायत की, जिसमें बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। इस दौरान किसानों ने मांग रखी कि सोलानी नदी पर बांध का कार्य शुरू कराया जाए और रामनगर व रतनपुरी के बीच पुल बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव से पहले बांध व पुल नहीं बनाया गया तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे।