पूर्व विधायक हाजी अलीम की मौत के मामले में पुलिस ने अब दर्ज की हत्या की रिपोर्ट देश में होने वाले लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सभी राजनीतिक दलों ने राजनीतिक समीकरणों के लिए जोड़-तोड़ शुरू कर दी है, जिसके चलते पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा, सपा, बसपा और रालोद के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी अपनी नजर गाड़ दी है। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर अभी अटकलें ही चल रही हैं कि आम आदमी पार्टी ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर दूसरे राजनीतिक दलों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। रविवार को मुजफ्फरनगर के तावली गांव में हुई आम आदमी पार्टी की किसान पंचायत में भारी भीड़ ने पहुंचकर भाजपा के खिलाफ अपनी मंशा जाहिर कर दी है। पंचायत में आए वक्ताओं ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ इकट्ठा होकर चुनाव लड़ने की मंशा जाहिर की है। मंच से भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने भाजपा सरकार और नरेंद्र मोदी पर जमकर कटाक्ष किए। उनका कहना है कि 4 साल पहले जब भाजपा ने सरकार बनाई थी तब पार्टी ने जो वायदे किसानों, मजदूरों और युवाओं से किए थे वे पूरे नहीं किए गए हैं। इसलिए उनका भी पार्टी से मोहभंग हो गया है। लोग कहते हैं कि नरेंद्र मोदी की ताकत के सामने कोई टिक नहीं पाएगा। इसलिए सभी दल मोदी को मुद्दा बनाकर एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि हमारा मुद्दा मोदी नहीं है, बल्कि मुद्दा मुद्दे हैं। किसानों के मुद्दे, मजदूरों के बेरोजगारों और युवाओं के मुद्दे। सरकार ने झूठ बोलकर इन सभी को छला है। ऐसी सरकार के खिलाफ किसान एकजुट होकर वोट देंगे।
यूपी के इस जिले में दो पक्षों के बीच हुआ खूनी संघर्ष, पथराव में महिलाओं समेत अाधा दर्जन से ज्यादा घायल किसान पंचायत में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि मंदिर और मस्जिद हमारे मुद्दे नहीं होने चाहिएं। हमें शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए और हमने अपनी 3 साल की सरकार में स्वास्थ्य शिक्षा और विकास पर ध्यान दिया है। आज दिल्ली के स्कूलों की हालत पूरे देश के स्कूलों से बेहतर है। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली सरकार की अनेक उपलब्धियां भी गिनवाईं और भाजपा पर काम न करने देने का भी आरोप लगाया। वहीं भाजपा के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यूपी में किसान की हालत बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से बगावत नहीं कर रहा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए गठबंधन जरूरी है।
बसपा सुप्रीमाे मायावती का बड़ा खुलासा, इसलिए गठबंधन के साथ नहीं अकेले चुनाव लड़ेगी बसपा आम आदमी पार्टी की इस किसान पंचायत में बत्तीसा खाप के मुखिया बाबा सूरजमल भी पहुंचे, जिन्हें पंचायत की अध्यक्षता सौंपी गई। खाप चौधरी सूरजमल ने पंचायत में आए नेताओं को आईना दिखाने का काम किया। चौधरी सूरजमल भाजपा के प्रति गुस्से में दिखाई पड़ रहे थे, जिन्होंने किसान क्रांति यात्रा पर सरकार की बर्बरता का भी जिक्र किया। उनका कहना था कि इस बार चुनाव में भाजपा से बदला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज आपने पंचायत की है कल फिर राष्ट्रीय लोक दल सपा कांग्रेस भी आएगी। इसलिए पहले आप तय कर लें कि भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक दल किस तरह से इकट्ठा होंगे वरना फिर हमें बता देना।