मिलती है 50 रुपए की छूट
अगर आप गोल्ड बांड के लिए डिजिटल भुगतान करते हैं तो प्रति ग्राम पर 50 रुपए की छूट मिलती है। जिसके बाद आपको गोल्ड बांड की प्रति ग्राम की कीमत 5,067 रुपए पड़ती है। इन गोल्ड बांड को रिजर्व बैंक द्वारा जारी किया जाता है। सरकाी ने सोने का आयात कम करने के उद्देश्य से नवंबर 2015 में इस योजना की शुरुआत की थी। वित्त वर्ष 2019-20 में रिजर्व बैंक ने दस किस्तों में कुल 2,316.37 करोड़ रुपए यानी 6.13 टन के गोल्ड बांड जारी किए है।
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एक ग्राम से 500 ग्राम तक खरीदा जा सकता है गोल्ड बांड
गोल्ड बांड खरीदने की भी एक सीमा है। एक फाइनेंशियल ईयर में एक व्यक्ति एक ग्राम गोल्ड बांड से लेकर 500 ग्रांम गोल्ड बांड खरीद सकता सकता है। बॉन्ड जारी होने के पखवाड़े के अंदर स्टॉक एक्सचेंजों पर तरलता के अधीन हो जाते हैं। इसकी खास बात यह है कि निवेशक को सोने के भाव बढऩे का लाभ तो मिलता ही है। साथ ही उन्हें इन्वेस्टमेंट मूल्य पर 2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड ब्याज भी मिलता है।
टैक्स सेविंग का भी फायदा
– बॉन्ड्स की अवधि आठ साल की होती है।
– 5वें साल के बाद ही प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है।
– 3 साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा
– बांड लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
– स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं।