म्यूचुअल फंड

कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों की ओर आकर्षित हो रहे भारतीय निवेशक

दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं में महंगाई में गिरावट के संकेत मिलने के साथ अब इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक भी ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं।

Mar 11, 2024 / 09:11 pm

Narendra Singh Solanki

कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों की ओर आकर्षित हो रहे भारतीय निवेशक

दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं में महंगाई में गिरावट के संकेत मिलने के साथ अब इस बात की पूरी संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक भी ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं। इसका पहला संकेत अमेरिकी फेडरल रिजर्व से आया है, जो जून की शुरुआत में ब्याज दरों में कटौती शुरू कर सकता है। यूरोपीय सेंट्रल बैंक भी ऐसा कदम उठा सकते हैं और रिजर्व बैंक भी स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है। इस सेंटीमेंट को देखते हुए निवेशक अब फिर से कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों की ओर अपनी दिलचस्पी दिखाने लगे हैं, क्योंकि गिरते हुए ब्याज दरों की पृष्ठभूमि में कॉरपोरेट बॉन्ड से रिटर्न बढ़ता है। यह इस तथ्य के बावजूद है कि इन फंडों पर लागू इंडेक्सेशन बेनिफिट को समाप्त कर दिया गया है। हालांकि ये फंड अभी भी ब्याज दर में बढ़ोतरी और कम लागत अनुपात के लाभ के साथ आते हैं।

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8 फीसदी से अधिक का दे रहे है वार्षिक रिटर्न

कॉरपोरेट बॉन्ड फंड डेट फंड हैं जो एए प्लस और उससे ऊपर रेटिंग वाले कॉरपोरेट बॉन्ड और सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं। इसका उदाहरण निप्पॉन इंडिया कॉरपोरेट बॉन्ड फंड है, जो 8 फीसदी से अधिक वार्षिक रिटर्न दे रहा है। इस कैटेगरी के औसत से कहीं अधिक रिटर्न है। कॉरपोरेट बॉन्ड द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरें अन्य ब्याज दर में बदलाव से सीधे प्रभावित होती हैं, क्योंकि बॉन्ड की कीमतें और ब्याज दरें एक दूसरे की उलटी दिशा में होती हैं। पिछले एक साल में कॉरपोरेट बॉन्ड फंडों ने अच्छा परफॉर्म किया है। निप्पॉन इंडिया कॉरपोरेट बॉन्ड फंड ने 8.39 फीसदी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया है, जबकि इस कैटेगरी के कुल फंडों में से लगभग आधे ने 8 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है। इनमें एक्सिस कॉरपोरेट डेट फंड, एचडीएफसी कॉरपोरेट बॉन्ड फंड और बड़ौदा बीएनपी पारिबा, एचएसबीसी और आदित्य बिड़ला सन लाइफ शामिल हैं।

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जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए आदर्श

एडवाइजर खोज के सह संस्थापक द्वैपायन बोस कहते हैं कि कॉरपोरेट बॉन्ड म्यूचुअल फंड जोखिम से बचने वाले निवेशकों के लिए आदर्श हैं, जो निवेश पर उच्च रिटर्न की तलाश में हैं, क्योंकि वे डेट इन्स्ट्रूमेंट्स हैं और पूंजी की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। टॉप कॉरपोरेट बॉन्ड फंड की समयावधि आमतौर पर 1 से 4 साल के बीच होती है, जो निवेशकों को अपनी लिक्विडिटी मेन्टेन करने की अनुमति देती है। हाई रिटर्न की पेशकश के अलावा, कॉरपोरेट बॉन्ड फंड को किसी भी समय खरीदा और बेचा जा सकता है, जिससे निवेशकों को पैसे की आवश्यकता होने पर नकदी निकालने की अनुमति मिलती है। इसके अलावा, अधिकांश वित्तीय सलाहकार एक विविध, संतुलित पोर्टफोलियो बनाने के लिए इन फंडों की सलाह देते हैं।

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