यह भी पढ़े : मोदी की गारंटी है… जब तक BJP है, आरक्षण खत्म नहीं होगा- अमित शाह का विपक्ष को करारा जवाब
मध्य पूर्व में तनाव, फाइनेंशियल बाजारों के लिए नकारात्मक
केएमजी वेल्थ के कृष्ण मुरारी गुप्ता के अनुसार, मध्य पूर्व में तनाव के बढ़ना वैश्विक स्तर पर फाइनेंशियल बाजारों के लिए नकारात्मक है। हालांकि, लार्ज कैप स्टॉक हैं जो कहीं अधिक लचीले हैं और ये तेजी से वापसी करते हैं। यही कारण है कि किसी निवेशक के पोर्टफोलियो में लार्ज कैप का होना जरूरी है, खासकर चुनौतीपूर्ण समय में। दरअसल, पिछली कुछ तिमाहियों से लार्ज कैप फंडों का प्रदर्शन शानदार रहा है। पिछले एक साल में, लार्ज कैप में लगभग 12 म्यूचुअल फंडों ने 40 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है, जबकि 15 अन्य ने निवेशकों को 30 प्रतिशत और अधिक का रिटर्न दिया है।
राजनीतिक जोखिम के कारण बढ़ावा मिला
रिटर्न देने में सबसे आगे निप्पॉन इंडिया लार्ज कैप फंड है। इसने पिछले एक साल में 46.66 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। टॉरस म्यूचुअल फंड ने 43.98 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। कुछ अन्य फंडों ने भी 40 प्रतिशत से ज्यादा रिटर्न दिया है। लार्ज कैप म्यूचुअल फंडों के मजबूत रिटर्न को बड़े पैमाने पर वैश्विक फंडों से खरीदारी, अच्छे मूल्यांकन और कम राजनीतिक जोखिम के कारण बढ़ावा मिला है, जिसने लार्ज कैप में खरीदारी को बढ़ावा दिया है। म्यूचुअल फंड विशेषज्ञों का तर्क है कि लार्ज कैप में निवेश लगभग हमेशा अच्छा रिटर्न देता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये कंपनियां मैक्रो चुनौतियों का प्रबंधन करने के लिए बेहतर स्थिति में होती हैं। चूंकि वे वर्तमान में छोटे और मिड-कैप शेयरों की तुलना में उचित मूल्यांकन का ऑफर करते हैं, इसलिए रिवॉर्ड रिस्क संतुलन कहीं बेहतर है।
कौनसी होती है लार्ज कैप कंपनियां
आमतौर पर जिन कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 20,000 करोड़ से ज्यादा होता है, वे लार्ज कैप कंपनी कहलाती है। ऐसी कंपनियों को लार्ज कैप शेयर या लार्ज कैप कंपनी भी कहा जाता है। एक लार्ज कैप कंपनी का अपने उद्योग में वर्चस्व होता है। लार्ज कैप कंपनी की ग्रोथ संतुलित होती है। बाजार के उतार-चढ़ाव का इन पर मिडकैप और स्माल कैप की तुलना में कम असर पड़ता है। मार्केट करेक्शन पर इनमें ज्यादा अस्थिरता देखने को नहीं मिलती। ज्यादातर एक्सपर्ट इनमें निवेश को सुरक्षित मानते हैं।
कौनसी होती है मिड कैप कंपनियां
आमतौर पर जिस कंपनी का मार्केट वैल्यू 5000 करोड़ रुपए से 20000 करोड़ रुपए तक होता है, वे सभी कंपनी मिड कैप श्रेणी में आती है। एक मिड कैप कंपनी अपने उद्योग में एक उभरती खिलाड़ी होती है। इस तरह की कंपनियों में तेजी से बढ़ने और भविष्य में लार्ज कैप बनने की संभावना होती है। कुछ मिड कैप कंपनियां बहुत तेजी से ग्रोथ करती हैं।