एटीआर के डिप्टी डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा से मिली जानकारी के अनुसार ऐसा विडियो पहली बार सामने आया है. जिसे छपरवा रेंज में डयूटी पर तैनात एक पैदल गार्ड ने बनाया है. वन्यजीवों का ये विडियो एक-दो दिन पहले का है. हालांकि जंगल मे वन्यजीवों के इस तरह के शिकार के मामले सामान्य तौर पर होते रहता है. वहीं आसपास के लोग जो जंगल आते जाते हो, उन्हें सतर्क रहना होगा. क्योंकि झुंड में ये वन्यजीव बहुत खतरनाक हो सकते हैं. आम लोगों पर भी वे हमला कर सकते हैं. इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. जंगलों में जाने वालों को सावधानी बरतनी होगी.
इसलिए जाना जाता है अचानकमार
गौरतलब है कि मुंगेली जिले की पहचान कहे जाने वाले अचानकमार टाईगर रिजर्व में प्रकृति के कई तोहफ हैं. जंगल के हरे भरे पेड़ पौधों और यहां के वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर पर्यावरण प्रेमी लगातार आवाज बुलंद करते हैं. क्योंकि साल, सागौन दुर्लभ प्रजाति के पेड़ पौधे, जड़ी बूटियों से आच्छादित यह वन लोगों को बहुत लुभाता है. साथ ही बाघों के लिए बहुत ही अनुकूल यह जंगल जिसे टाईगर रिज़र्व तो बना दिया गया, मगर जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से जंगल की सुरक्षा को लेकर प्रश्नचिह्न हमेशा लगते रहता है. बताया जा रहा है कि इस टाइगर रिजर्व में पिछले एक साल में जंगली कुत्तों की संख्या 100 के आस-पास पहुंच गई है. हालांकि इसको लेकर कोई स्पष्ट आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं.