पीएमसी के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि पुणे शहर में जीका वायरस के सात और मामले सामने आए है। इसके साथ ही कुल मामलों की संख्या बढ़कर 73 हो गई है। पुणे नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, ज्यादातर मामले दहानुकर कॉलोनी (Dahanukar Colony) और एरंडवाने (Erandwane) से सामने आये हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि खराड़ी (Kharadi) इलाके में जीका वायरस से संक्रमित 10 मामलों में से सात गर्भवती महिलाएं हैं।
एक अधिकारी ने बताया कि पुणे में जीका वायरस के हॉटस्पॉट की संख्या बढ़ रही है। इसके साथ ही कोमॉर्बिड स्थितियों वाले लोगों के संक्रमित होने की संख्या भी बढ़ रही है। इसलिए शहरवासियों से मच्छरों से होने वाले संक्रमण से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की अपील की गई है।
पीएमसी के अधिकारी ने कहा, हम प्रजनन स्थलों की पहचान करने और उन्हें खत्म करने और मच्छरों के बढ़ने के लिए जिम्मेदार लोगो को दंडित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। लेकिन यह पर्याप्त नहीं है क्योंकि इस प्रकोप से निपटने के लिए सभी को एक साथ आने और प्रयास करने की आवश्यकता है।
अधिकारी ने कहा, वर्तमान में सभी हॉटस्पॉट में से सबसे ज्यादा मामले एरंडवाने (14 मामले), दहानुकर कॉलोनी (17) और खराडी (10) से आ रहे हैं। 70 प्रतिशत से अधिक संक्रमित मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय रोग जैसी बिमारियों से पीड़ित हैं। इसके अलावा बच्चे भी संक्रमित हो रहे है। जीका का सबसे कम उम्र का मरीज 10 साल का है।
अब तक पीएमसी ने 140 गर्भवती महिलाओं के नमूने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) को भेजे हैं। जिनमें 15 नमूने बुधवार को भेजे गए। इनमें से लगभग छह में जीका का संक्रमण होने का संदेह है। अब तक 73 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें 32 गर्भवती महिलाएं शामिल है।