सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार के 42 मंत्रियों में से 34 को संरक्षक मंत्री का पद दिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि पिछले कुछ समय से बीड में सरपंच संतोष देशमुख की निर्मम हत्या के मामले को लेकर चर्चा में रहे मंत्री धनंजय मुंडे को संरक्षक मंत्रियों की सूची में जगह नहीं मिली है। इसी तरह उपमुख्यमंत्री शिंदे के करीबी दादा भुसे और भरत गोगवले को भी किसी जिले की जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।
आपके जिले का नया संरक्षक मंत्री कौन? यहां देखें पूरी सूची
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा कि जनता के बीच खराब छवि वाले किसी भी व्यक्ति के लिए उनकी पार्टी में कोई जगह नहीं है। गलत काम करने वालों को पार्टी से निकाल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनसीपी से जनता जुड़ रही हैं, लेकिन पार्टी को एकजुट रहना चाहिए और इसकी छवि प्रभावित नहीं होनी चाहिए। अजित दादा ने रविवार को शिरडी में एनसीपी सम्मेलन में अपने समापन भाषण में यह बात कही। उनकी यह टिप्पणी सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले में एनसीपी नेता धनंजय मुंडे की विपक्षी दलों द्वारा की गई आलोचना की पृष्ठभूमि में आई है।