मिली जानकारी के मुताबिक, हादसा रायगढ़ जिले के रसायनी थाना क्षेत्र के मडप सुरंग के पास हुआ। इस दुर्घटना की जांच के लिए कुल आठ टीमों का गठन किया गया है। जिमसें फोरेंसिक टीम भी शामिल है। गुरुवार सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर यह भीषण हादसा हुआ, जिसमें विनायक मेटे की मौत हो गयी। जबकि ड्राइवर एकनाथ कदम और बॉडीगार्ड घायल हो गए।
उधर, ड्राइवर एकनाथ कदम ने आरोप लगाया है कि एक घंटे तक उन्हें किसी प्रकार की मदद नहीं मिली। उसने कहा “करीब एक घंटे तक कोई मेडिकल सहायता नहीं मिली। मैं वहां से गुजर रही कारों को रोकने के लिए सड़क पर सो गया, लेकिन तब भी कारें नहीं रुकीं। मुझे और बॉडीगार्ड को चोट लगी है। हम एयरबैग की वजह से बच गए। एक छोटे टेंपो चालक ने हमारी मदद की। फिर हमें अस्पताल लाया गया।“
पुलिस का कहना है कि हादसे की सूचना मिलते ही वह हरकत में आई थी और कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच गयी। बताया जा रहा है कि यह हादसा ड्राइवर द्वारा कार पर से नियंत्रण खो देने के कारण हुआ।
विनायक मेटे की कार एक अन्य कार से टकराने के बाद हादसे का शिकार हो गयी। पुलिस ने सभी को नवी मुंबई के कामोठे के प्राइवेट अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन तब तक मेटे की मौत हो चुकी थी। हादसे में मेटे के सिर पर गंभीर चोंटे लगी थी।