त्र्यंबकेश्वर मंदिर में मुस्लिम युवकों ने की चादर चढ़ाने की कोशिश, महाराष्ट्र सरकार हुई सख्त, SIT जांच के आदेश
‘हिंदू-मुस्लिम एकता के कई उदाहरण’
उन्होंने कहा, “मैंने खुद कई दरगाहों का दौरा किया है। हमारे अपने कुछ मंदिरों में कुछ खास जातियों को ही गर्भगृह में जाने की अनुमति है। धार्मिक स्थलों पर हिंदू-मुस्लिम एकता के कई उदाहरण हैं। माहिम में मगदूम बाबा की दरगाह पर चादर स्थानीय पुलिस स्टेशन का कांस्टेबल चढ़ाता है। ऐसी परंपराओं को जारी रखा जाना चाहिए।“
‘बाहरी लोग न बोलें’
त्र्यंबकेश्वर को विवाद का अखाड़ा बनाने वालों को आड़े हाथों लेते हुए राज ठाकरे ने कहा, त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हुई घटना को गलत तरीके से देखने का नज़रिया किसका है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर के संबंध में निर्णय स्थानीय ग्रामीणों को लेना चाहिए। बाहरी लोगों को इसमें नहीं पड़ना चाहिए।
‘जहां मराठी मुसलमान रहते हैं, वहां दंगे नहीं होते’
त्र्यंबकेश्वर मामले पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए मनसे नेता ने आगे कहा, त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में जो कुछ भी हुआ वह गलत है। क्या इसके जरिए कोई दंगे कराना चाहता है? जहां गलत चीजें हो रही हैं, वहां प्रहार करना जरूरी है।