मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्य सरकार ने आदेश दिया है कि मराठी भाषा के ला और शा अक्षर पर हिंदी का प्रभाव है। ऐसे में इन्हें बदल दिया जाएगा। खबर के मुताबिक अब ये दोनों शब्द देवनागरी लिपी में एक निश्चित तरीके से लिखे जाएंगे।
”ल” और ”श” अक्षर बदले जाएंगे: इस बारे में महाराष्ट्र के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि यह बदलाव सभी सरकारी ऑफिसों पर तो लागू होंगे ही इसके साथ राज्य शिक्षा बोर्ड की तरफ से पढ़ाई जाने वाली पुस्तकों पर भी लागू होंगे। बता दें कि अधिकारी ने आगे बताया कि ला और शा अक्षर पर हिंदी का प्रभाव है, जिसकी वजह से इसे बदला जा रहा है।
वहीं अधिकारी ने आगे यह भी बताया कि भाषा के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त समिति ने स्वर के उच्चारण को इंगित करने वाले चंद्रबिंदु के उपयोग की सिफारिश की है। गौरतलब है कि, मराठी भाषा में देवनागरी लिपी में 36 व्यंजन और 16 प्रारंभिक स्वर हैं। देवनागरी लिपि 120 से अधिक भाषाओं की लेखन प्रणाली में इस्तेमाल होती है।