Maharashtra Politics: बच्चू कडू ने दिखाए तेवर, कहा- मैं हूं किंगमेकर, साथ छोड़ा तो गिर जाएगी सरकार
इस बीच, सुप्रिया सुले ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा, हमारा देश एक लोकतांत्रिक देश है और अजित पवार ने लोकतंत्र में रहने वाले एक नागरिक के तौर पर अपना फैसला लिया है। मैं नहीं बता सकता कि वे वापस आएंगे या नहीं। लेकिन हम परिवार को एकजुट रखने की पूरी कोशिश करेंगे। सुप्रिया सुले ने इस टिप्पणी के जरिए संदेश दिया है कि राजनीति में चाहे कुछ भी हो जाए, पवार परिवार हमेशा एक परिवार की तरह साथ रहेगा।बीजेपी ने 3 बार की पार्टी तोड़ने की कोशिश
उन्होंने कहा, “राष्ट्रवादी पार्टी को तोड़ने की ये बीजेपी की पहली कोशिश नहीं है। उन्होंने तीन बार पार्टी तोड़ने की कोशिश की। पिछली दो बार उन्हें सफलता नहीं मिली थी। सुप्रिया सुले ने कहा, लेकिन तीसरी बार उन्होंने एक मजबूत रणनीति बनाई और अजित पवार उनके साथ सत्ता में शामिल हो गए।
‘पवार’ एक है
एनसीपी नेता ने कहा, मुझे बीजेपी के 105 विधायकों के लिए दुख होता है। ये लोग कड़ी मेहनत से चुने गये हैं। अगर मैं उनकी जगह होती तो मुझे बहुत दुख होता। अजित पवार के गुट से उनकी लड़ाई वैचारिक तौर पर चल रही है। लेकिन एक परिवार के रूप में ‘पवार’ एक हैं।
‘लोकतंत्र में कोई किसी से भी मिल सकता है’
कुछ दिन पहले शरद पवार और अजित पवार की पुणे में मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात उद्योगपति अतुल चोरडिया के घर पर हुई। इस पर सुप्रिया सुले ने टिप्पणी की। सुप्रिया सुले ने कहा, ‘लोकतंत्र में कोई भी किसी से मिल सकता है। लेकिन अगर कोई गठबंधन है तो हम सहयोगी दलों को जवाब देने के लिए बाध्य होते हैं। इसलिए हमारे सहयोगी दल कांग्रेस और शिवसेना की जो राय इस मुलाकात पर है वह भी गलत नहीं है। लेकिन हम उन्हें सच्चाई बताने की कोशिश कर रहे हैं।‘
‘पार्टी में कोई फूट नहीं’
सुप्रिया सुले ने स्पष्ट कहा कि भले ही राष्ट्रवादी पार्टी का एक धड़ा बीजेपी के साथ सत्ता में है। लेकिन दूसरा गुट सत्ता में शामिल नहीं है। लेकिन, तकनीकी तौर पर कहें तो पार्टी में कोई फूट नहीं है। अजित पवार हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक हैं। चूंकि उन्होंने पार्टी के खिलाफ कदम उठाया है, इसलिए हमने उनकी शिकायत विधानसभा अध्यक्ष से की है। बता दें कि चुनाव आयोग के नोटिस पर एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के गुट ने जवाब दिया था कि पार्टी में कोई फूट नहीं पड़ी है।