केंद्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार को अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से महाराष्ट्र के गृह विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। हालांकि मंत्रालय ने यह निर्देश पूर्व शिवसेना सांसद राहुल शेवाले द्वारा अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ सूचना देने के बाद दिया है। शेवाले द्वारा दी गई जानकारी टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) द्वारा इसी विषय पर तैयार की गई एक रिपोर्ट पर आधारित थी।
वहीँ, अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के मामले पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “हम आरोपी को नहीं छोड़ेंगे। मुंबई और महाराष्ट्र सुरक्षित रखना हमारी सरकार की जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री के निर्णय के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है…हम अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुंबई से सटे नालासोपारा इलाके में बांग्लादेशियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। बांग्लादेशियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। डीसीपी (जोन 2) पूर्णिमा चौगुले ने बताया कि अगर किसी भी देश का नागरिक अवैध रूप से रह रहा है तो यह अपराध है। बांग्लादेशी बड़ी संख्या में यहां आते हैं, अवैध रूप से रहते हैं और अपराध में भी शामिल होते हैं। हमें निर्देश दिया गया है कि मामले दर्ज करने और उनके निर्वासन की प्रक्रिया की जाए। मेरे अधिकार क्षेत्र के तहत छह बांग्लादेशियों पर कार्रवाई की गई है और उनके खिलाफ मामले भी दर्ज किए गए हैं।
सैफ अली खान (54) पर पिछले गुरुवार रात करीब 2.30 बजे बांद्रा के सतगुरु शरण इमारत की 12वीं मंजिल पर स्थित उनके घर पर चाकू से हमला किया गया। अभिनेता को तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी आपातकालीन सर्जरी की गई। उनकी रीढ़ से टूटे हुए चाकू का 2.5 इंच का टुकड़ा निकाला गया। डॉक्टरों का कहना था कि अगर चाकू दो मिमी और अंदर घुस जाता तो बेहद गंभीर चोट लग सकती थी। मंगलवार को सैफ को अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
मुंबई पुलिस के मुताबिक, मोहम्मद शरीफुल इस्लाम ने ही अभिनेता पर हमला किया था। उसके पास भारतीय होने के कोई सबूत नहीं है। वह बांग्लादेश के झालोकाटी का है और अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ है। वह पिछले पांच महीने से मुंबई में अवैध रूप से रह रहा है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 30 वर्षीय इस्लाम ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने 12वीं कक्षा तक बांग्लादेश में पढ़ाई की, उसके दो भाई हैं। वह काम की तलाश में भारत आया था। इस्लाम ने दावा किया कि भारत में घुसपैठ के लिए उसने भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित दाउकी नदी (Dawki river) पार की। भारत आने पर उसने अपना नाम बदलकर विजय दास कर लिया।