पानी फाउंडेशन (Panni Foundtion) ने इसे लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट किया है। हिंगोली जिले के कलमनुरी तालुका के कवडा, वारंगा मसाई, बेलमंडल और सिंदगी गांवों के किसान समूहों ने फार्मर कप प्रतियोगिता में भाग लिया, जहां उन्होंने सोयाबीन से गुलाब जामुन बनाए वो भी एकदम असली घी से। इतना ही नहीं उन्होंने सोयाबीन से दूध, पनीर, मावा जैसे उत्पाद भी तैयार किए।
फार्मर कप प्रतियोगिता समूह खेती के साथ-साथ, कृषि उपज के मूल्यवर्धन को भी बढ़ावा देती है। इसके महत्व को समझते हुए कलमनुरी तालुका के किसानों के इस समूह ने सोयाबीन से विभिन्न चीजे बनाने की कोशिश की। पानी फाउंडेशन द्वारा सोयाबीन से बनी चीजों की तस्वीरें पोस्ट की गई है।
किसान अब इन उत्पादों के स्टॉल हिंगोली, कलमनुरी, नांदेड़, परभणी शहरों में लगाने पर विचार कर रहे है। हालांकि यह सलाह दी गई है कि थायराइड की समस्या से पीड़ित लोगों को सोयाबीन से बनी चीजों से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है।