मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने बताया कि श्रद्धा और आफताब की मुलाकात मुंबई में काम के दौरान हुई थी और दोनों के बीच प्यार हो गया। लेकिन उनके इस रिश्ते से श्रद्धा के परिवार वाले नाखुश थे इसलिए दोनों भागकर दिल्ली आ गए। जहां दोनों लिव इन में रहने लगे। इसके बाद प्रेमी आफताब ने श्रद्धा को मौत के घाट उतार दिया। इस संबंध में मुंबई पुलिस ने एक बड़ा बयान दिया है। दोनों मुंबई से आकर दिल्ली के छतरपुर इलाके में रहने लगे। श्रद्धा के परिवार वाले सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी जानकारी लेते रहते थे।
बता दें कि इस साल मई में जब श्रद्धा ने फोन कॉल का जवाब देना बंद कर दिया तो उसके परिवारवालों को कुछ शक हुआ। इसके बाद परिवार वालों ने मुंबई में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि श्रद्धा मुंबई की रहने वाली थी और दिल्ली में एक कॉल सेंटर में काम करती थी।
श्रद्धा के पिता ने लगाया ये बड़ा आरोप: बता दें कि श्रद्धा के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी मुंबई के एक कॉल सेंटर में काम करती थी। वहां उसकी मुलाकात आफताब नाम के एक शख्स से हुई। दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। लेकिन परिवार वाले इस बात से खुश नहीं थे। जिसकी वजह से उन्होंने इसका काफी विरोध किया। इसी विरोध की वजह से श्रद्धा और आफताब मुंबई छोड़कर दिल्ली आ गए और यहां पर छतरपुर इलाके में रहने लगे।
महाराष्ट्र पुलिस का बयान: महाराष्ट्र के मानिकपुर थाने के पुलिस निरीक्षक ने बताया कि आरोपी ने कहा था कि वे दोनों दिल्ली में एक साथ रहते थे लेकिन एक बार हुई लड़ाई के बाद लड़की ने उसे छोड़ दिया था, जब भी हमने उसे पूछताछ के लिए बुलाया, उसके बयान अलग-अलग थे। हमारा शक और बढ़ गया जब क्योंकि लड़की का फोन पिछले 2 महीनों से बंद था। हमने सीनियर अधिकारियों के साथ इस मामले पर चर्चा करने के बाद गुमशुदगी के मामले को दिल्ली स्थानांतरित कर दिया। पुलिस ने कहा कि हम नहीं कह सकते कि उसने लड़की का मर्डर कैसे और कब हुआ। दिल्ली पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
बता दें कि महाराष्ट्र पुलिस ने कहा कि आफताब पूनावाला और श्रद्धा का रोजाना झगड़ा होता था। क्योंकि महिला उससे शादी करना चाहती थी ,इस साल मई में फिर रिलेशनशिप को लेकर झगड़ा हो गया था जिसके बाद हत्याकांड को अंजाम दिया गया।