हाल ही में उमर अब्दुल्ला ने महाराष्ट्र भवन को लेकर बयान दिया था कि अगर वह सत्ता में आए तो जम्मू और कश्मीर में महाराष्ट्र भवन का निर्माण कार्य रोक देंगे। इसी को लेकर शिवसैनिक गुस्से में है। ठाणे के टेंभी नाका पर रविवार को युवसेना अध्यक्ष नितिन लांडगे और शिवसेना प्रवक्ता राहुल लोंडे की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन किया गया।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने पहले अब्दुल्ला का पुतला जलाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। और पुतला लेकर मौके से चली गई। जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने पूर्व सीएम की तस्वीर जलाई। उनके खिलाफ नारे लगाये।
हाल ही में शिंदे कैबिनेट ने बडगाम में महाराष्ट्र भवन के लिए जमीन खरीदने को मंजूरी दी। हालाँकि, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है, तो वह इस सौदे पर फिर से विचार करेंगे।
राहुल लोंडे ने कहा, एकनाथ शिंदे सरकार ने पर्यटन की दृष्टि से कश्मीर में भवन का प्रस्ताव रखा था, ताकि महाराष्ट्र के लोग वहां जा सकें और उन्हें सहायता मिल सके। लेकिन उमर अब्दुल्ला इसका विरोध कर रहे है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो कार्यकर्ता कश्मीर जाएंगे और उमर अब्दुल्ला पर जूते फेंकेंगे। लोंडे ने उद्धव ठाकरे की भी आलोचना की, जो विपक्ष के इंडिया गठबंधन में उमर अब्दुल्ला के सहयोगी हैं।
इससे पहले शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने कहा, “उमर अब्दुल्ला महाराष्ट्र भवन का विरोध क्यों कर रहे हैं? जब जम्मू-कश्मीर में स्थिति ठीक नहीं थी तो उन्होंने खुद मुंबई आकर पढ़ाई की थी। उन्होंने महाराष्ट्र में रहकर ग्रेजुएशन किया और अब सब भूल गए हैं?” उन्होंने अब्दुल्ला को महाराष्ट्र में नहीं घुसने देने की भी चेतावनी दी।
बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जून 2023 में जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। इस दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ बैठक में प्रोजेक्ट की डिटेल तैयार की गई थी। जम्मू-कश्मीर सरकार ने श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास बडगाम जिले के इचगाम में 2.5 एकड़ जमीन महाराष्ट्र को देने को मंजूरी दी है। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार 8.16 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। महाराष्ट्र भवन राज्य के पर्यटकों को सुविधा देने के मकसद से बनाया जा रहा है।