हालांकि महाराष्ट्र के पुणे जिले में एक ऐसा भी गांव है, जहां मंदिर में देवताओं की तरह शिवाजी महाराज की नियमित आरती होती है। महान मराठा योद्धा की आरती हर दिन पुणे जिले के दौंड तालुका (Daund Taluka) के पारगाव (Pargaon Village) में की जाती है। हर दिन यहां महाराजा की प्रतिमा को माल्यार्पण कर आरती शुरू की जाती है। इतना ही नहीं इसमें गांव का हर परिवार भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है।
सार्वजनिक चंदा इकट्ठा कर वर्ष 1985 में पारगाव में छत्रपति शिवाजी महाराज की पूर्ण प्रतिमा स्थापित की गई थी। उस समय ग्रामीणों ने 51 हजार रुपए चंदा जमा कर भव्य प्रतिमा का निर्माण कराया था। गाँव में हर शुभ काम, त्योहार समारोह साथ-साथ चुनाव प्रचार की शुरुआत इस प्रतिमा को नमन और माल्यार्पण कर की जाती है।
साल के 365 दिन छात्र और ग्रामीण रात 8 बजे प्रतिमा के सामने इकट्ठा होते हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज की आरती पारंपरिक वाद्ययंत्रों और साउंड लगाकर नियमित रूप से की जाती है। आरती में गांव का हर व्यक्ति शामिल होता है और जो नहीं पहुंच पता वह अपने घर से सहभागी होता है। एक और खास बात यह है कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण और प्रसाद चढ़ाने का काम एक युवक नियमित रूप से करता है।
आरती के बाद स्कूली छात्र महाराजा की प्रतिमा के सामने मर्दानी खेल खेलते हैं। ग्रामीणों ने भविष्य में यहां अपने योगदान से छत्रपति शिवाजी महाराज उद्यान बनाने का सपना देखा है। इसके तहत हर साल शिव जयंती के अवसर पर यहां पार्क क्षेत्र में समिति द्वारा वृक्षारोपण किया जाता है।
इसके अलावा यहां के शिव प्रेमी सामाजिक कार्य भी करते है। यहां रक्तदान शिविर आयोजित किया जाता है। यहां के लोगों ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों और कोल्हापुर-सांगली बाढ़ पीड़ितों की आर्थिक मदद भी की। इस तरह दौंड तालुका का यह गांव देश के अन्य गांवों के लिए प्रेरणादायी बन गया हैं।