बताया जा रहा है कि आरोपी छात्रा को हॉस्टल की लड़कियों के कपड़े बदलते समय वीडियो बनाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। जिसके बाद ये मामला हॉस्टल प्रबंधन तक पहुंचा और उन्होंने कार्रवाई शुरू की। यूनिवर्सिटी ने मामले में आंतरिक जांच शुरू कर दी है, साथ ही पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराया है।
देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक सीओईपी टेक यूनिवर्सिटी ने इस घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है। साथ ही आरोपी छात्रा को हॉस्टल कैंपस से बाहर कर दिया है। जांच लंबित रहने तक उसे यूनिवर्सिटी से अस्थायी रूप से निलंबित भी कर दिया है। शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि आईपीसी की धारा 354-सी और आईटी एक्ट की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी ने व्हाट्सएप से अपने पुरुष मित्र को कुछ तस्वीरें और वीडियो भेजी है। मामले की आगे की जांच जारी है।
क्या है मामला?
1 मई की रात में गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं ने एक छात्रा को चोरी छिपे लड़कियों की निजी तस्वीरें और वीडियो बनाते पकड़ा था। कथित तौर पर उन्हें आरोपी छात्रा के फोन पर 900 से अधिक तस्वीरें और वीडियो मिली। जिन्हें आरोपी छात्रा ने व्हाट्सएप पर किसी बाहरी व्यक्ति को भेजा था। इसके बाद तीन मई को चीफ रेक्टर के संज्ञान में यह मामला लाया गया और आरोपी छात्रा को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया। बाद में कुछ छात्रों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस मुद्दे को उठाया और यूनिवर्सिटी प्रशासन पर मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। हालांकि, यूनिवर्सिटी प्रशासन ने आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि चूंकि मामला गंभीर था, इसलिए उन्होंने जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाया।