एक-दो नहीं, पुणे की भीमा नदी में मिले 7 शव, पुलिस को सामूहिक आत्महत्या की आशंका
आरोपी है चचेरे भाई
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उनकी पत्नी संगीता मोहन (40), उनकी बेटी रानी फुलवारे (24), दामाद श्याम फुलवारे (28) और 3 से 7 साल की उम्र के तीन बच्चों के रूप में हुई है। सातों शवों को 18 जनवरी से 24 जनवरी के बीच पुणे जिले की दौंड तहसील में परगाँव पुल के पास भीमा नदी से बरामद किया गया था। मृतक मराठवाड़ा क्षेत्र के बीड़ और उस्मानाबाद जिलों के रहने वाले थे और मजदूरी करते थे।
बदला लेने के लिए की हत्या
पुणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने कहा कि जांच के दौरान पता चला कि सभी मृतकों की हत्या की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया लग रहा है कि आरोपी अशोक पवार के बेटे धनंजय पवार की कुछ महीने पहले एक दुर्घटना में मौत हो गई थी और इससे संबंधित एक मामला पुणे शहर में दर्ज किया गया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा
उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों को अहमदनगर जिले की पारनेर तहसील से पकड़ा गया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया। फिलहाल मामले की जांच जारी है।” सभी शव भीमा नदी के उथले हिस्से में एक-दूसरे से 200 से 300 मीटर की दूरी पर मिले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि चार लोगों की मौत पानी में डूबने की वजह से हुई थी। अन्य की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी आना बाकि है।