संसद के हाल ही में समाप्त हुए बजट सत्र में बोलते हुए, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘जंगली रम्मी’ (Junglee Rummy) का हवाला दिया और इस पर और अन्य समान प्लेटफार्मों पर संभावित प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया।
शिवसेना नेता ने ऑनलाइन गेमो की बढ़ती लत, पैसे दांव पर लगाने से आर्थिक नुकसान होने का दावा किया और तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की। साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों को इसके खतरनाक प्रभावों के बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
शिवसेना सांसद ने कहा, “भारत में ऑनलाइन गेमिंग की बढ़ती लत, खासकर जंगल रम्मी जैसे गेम की गहन जांच की जरूरत है। ये गेम महत्वपूर्ण खतरे पैदा करते हैं। यह कई जिंदगियों पर गंभीर असर डाल रही है।”
उन्होंने कहा, “ऑनलाइन गेमिंग न केवल युवाओं को बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को भी प्रभावित कर रही है।” शिंदे ने आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि भारत में ऑनलाइन गेमिंग बाजार 2025 तक 30 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमें एक बड़ा हिस्सा जंगली रम्मी जैसे गेम का होगा।
कल्याण निर्वाचन क्षेत्र से सांसद श्रीकांत शिंदे ने आगे कहा कि नेशनल काउंसिल की 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, 30 फीसदी युवा ऑनलाइन गेमिंग के कारण मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, 3.5 प्रतिशत वयस्क भी गेमिंग डिसऑर्डर से पीड़ित हैं, और 40 प्रतिशत लोग पैसे जीतने के चक्कर में इसका शिकार हो गए हैं।
शिंदे ने कहा, “कई मामलों में इन गेमों ने व्यक्तिगत और पारिवारिक वित्तीय संकटों को जन्म दिया है। इस लत के बढ़ने से कुछ लोगों को बढ़ते कर्ज के कारण आत्महत्या तक के लिए मजबूर होना पड़ा है।” इसे खेलने वाले अक्सर अपने नुकसान की भरपाई करने की कोशिश में और अधिक पैसा लगाते हैं, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति खराब होती जाती है।
शिवसेना सांसद ने कहा “ऑनलाइन गेमिंग की लत के खतरों के बारे में स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों के साथ-साथ समाज को भी शिक्षित करने की तत्काल आवश्यकता है। इसके अलावा, इस क्षेत्र में अनुशासन और नियंत्रण लाने के लिए सख्त नियम लागू किए जाने चाहिए।“