घटना वाले दिन उसने पेपर में बैठने के बाद सेमिनरी हिल्स (Seminary Hills) स्थित कॉलेज की तीसरी मंजिल से कथित तौर पर कूदकर आत्महत्या (Suicide) कर ली।
जांच में पता चला है कि दो भाई-बहनों में सबसे बड़े शिवम ने इस कठोर कदम उठाने से पहले मिट्टी का तेल (Kerosene) भी पिया था। उसने अपने एक दोस्त को भी फोन किया था, लेकिन किसी वजह से दोस्त से उसकी बात नहीं हो सकी थी।
घटना के बाद गंभीर हालत में शिवम को एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। अपनी अंतिम सांस से पहले उसने अपने पिता से बात की और उन्हें दिल छू लेने वाली बातें बताई।
शिवम के पिता मोरेश्वर (Moreshwar) पेशे से इलेक्ट्रीशियन है. अपने घायल बेटे से मोरेश्वर ने अंतिम समय में बात भी की थी, तब शिवम ने उन्हें जीने में रुचि खोने के बारे में बताया। मरने से पहले शिवम ने अपने पिता को थैंक यू कहते हुए कहा कि उन्होंने उसके लिए सब कुछ किया है। हालांकि शिवम की आत्महत्या के पीछे का मकसद अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है।
गिट्टीखदान (Gittikhadan) पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक बापू धेरे ने कहा ‘हमें कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।‘ वहीँ, कॉलेज प्रशासन पर शिवम को घटना के तुरंत बाद अस्पताल नहीं ले जाने का आरोप लगाया जा रहा है।