रिपोर्ट्स के मुताबिक, धमकी भरे ईमेल में मुंबई में विभिन्न स्थानों पर 11 बम रखने की धमकी दी गयी। हालांकि पुलिस ने इन सभी जगहों पर जाकर जांच की लेकिन कुछ नहीं मिला। ईमेल में दावा किया गया है कि आरबीआई ने निजी क्षेत्र के बैंकों के साथ मिलकर भारत के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला किया है। इस घोटाले में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, कुछ शीर्ष बैंकिंग अधिकारी और भारत के कुछ प्रसिद्ध मंत्री शामिल हैं।
एक अधिकारी ने कहा, मुंबई में 11 स्थानों पर कुल 11 बम प्लांट करने की धमकियां दी गईं। इसके अलावा, ईमेल में तीन जगह भी बताये गए थे, जहां तीन बम प्लांट करने का दावा किया गया था। इसमें आरबीआई- न्यू सेंट्रल बिल्डिंग फोर्ट, एचडीएफसी हाउस- चर्चगेट, आईसीआईसीआई बैंक टावर्स- बीकेसी शामिल है। आरोपी ने चेतावनी दी थी सभी बम दोपहर डेढ़ बजे विस्फोट करेंगे। हालांकि पुलिस की जांच में किसी भी स्थान पर कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
ईमेल में कहा गया है, “हम मांग करते हैं कि आरबीआई गवर्नर और वित्त मंत्री दोनों तुरंत अपने पदों से इस्तीफा दें और घोटाले के पूरे खुलासे के साथ एक प्रेस स्टेटमेंट जारी करें। हम सरकार से यह भी मांग करते हैं कि उन्हें और इसमें (घोटाले में) शामिल सभी लोगों को वह सज़ा दी जाए जिसके वे हकदार हैं।“
धमकीभरा ईमेल मिलने के बाद मुंबई पुलिस हरकत में आ गयी। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस की कई टीमों ने सभी जगहों पर जाकर जांच की लेकिन कुछ नहीं मिला। अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
मालूम हो कि पिछले महीने भी मांगें पूरी नहीं होने पर मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-2 को बम से उड़ाने की धमकी दी गयी थी। हालांकि पुलिस की छानबीन में कॉल फर्जी साबित हुई।