‘अंधेरी के राजा’ के दर्शन करने है तो पहनने होंगे ये कपड़े, भक्तों के लिए ड्रेस कोड, करोड़ों का बीमा
1. लालबागचा राजा (Lalbaugcha Raja)
मुंबई के मशहूर गणपति लालबाग राजा (लालबागचा राजा) शहर के सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय गणेश पंडालों में से एक है। इस मंडल की स्थापना 1934 में कोली समुदाय के मछुआरों द्वारा लालबाग बाजार में की गई थी। हर साल की तरह इस बार भी लालबाग राजा के पंडाल को भव्य तरीके से सजाया गया है। इसमें विराजमान बप्पा की विशाल मूर्ति देखने लायक ही होती है। लालबाग राजा के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से आते है। पंडाल के बाहर हर समय दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगती है। यहां बड़े-बड़े नेता, फिल्म स्टार तक अपने परिवार के दर्शन करने पहुंचते हैं। यह साल लालबाग के राजा का 90वां साल है। लालबागचा राजा गणपति (Lalbaugcha Raja Ganapati) को अनंत चतुर्दशी के दिन गिरगांव चौपाटी में विसर्जित कर दी जाती है।
2. चिंचपोकलीचा चिंतामणि (Chinchpoklicha Chintamani)
चिंचपोकलीचा चिंतामणि मुंबई के सबसे पुराने सार्वजनिक गणेश मंडलों में से एक है। जिसकी स्थापना 1920 में की गयी थी। चिंचपोकली का यह पंडाल अपनी अनूठी थीम और सुसंपन्न सजावट के लिए जाना जाता है। गणेशोत्सव के दौरान यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती है।
3. खेतवाड़ीचा राजा (Khetwadi Cha Raja)
मुंबई के ग्रांट रोड में खेतवाड़ी में हर साल खेतवाड़ीचा राजा विराजमान होते है। खेतवाडीचा गणराज पंडाल (Khetwadicha Ganraj Pandal) अपनी प्रभावशाली सजावट के लिए प्रसिद्ध है और भक्तों के बीच काफी लोकप्रिय है। ऐसा कहा जाता है कि यहां भगवान गणेश की मूर्ति का आकार वर्षों से नहीं बदला है। यहां तक कि गणेश प्रतिमा भी एक ही निर्माता द्वारा बनाई जा रही है। जिससे यह अनूठी विशेषता बनी हुई है।
4. जीएसबी सेवा मंडल (GSB Seva Mandal)
मुंबई के किंग्स सर्कल का यह पंडाल हर साल अपनी भव्य सजावट और अनोखी थीम के लिए जाना जाता है। इसे शहर का सबसे अमीर गणेश मंडल कहा जाता है। यह मंडल अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक पहलों के लिए भी जाना जाता है। पांच दिवसीय जीएसबी गणपति को देखने के लिए हर साल लाखों भक्त पंडाल पहुंचते है। इस साल मंडल 69वां गणपति उत्सव मना रहा हैं। इस साल मूर्ति को 69 किलो गोल्ड और 336 किलो चांदी से सजाया गया है। 20 सितंबर को अयोध्या में राम मंदिर के निर्विघ्न निर्माण के लिए विशेष हवन किया जाएगा। 19 सितंबर को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को लेकर विशेष हवन होगा। मंडल ने 360.45 करोड़ रुपये का बीमा कवर भी लिया है।
5. अंधेरीचा राजा (Andheri Cha Raja)
अंधेरी में स्थित यह पंडाल अपने क्रिएटिव और इनोवेटिव थीम के लिए जाना जाता है। इस साल अंधेरी के राजा की स्थापना को 58 वर्ष पूरे हो रहे हैं। मंडल ने इस बार भी अनोखी थीम से सजावट की है। इस बार छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की थीम है। पूरे मंडप को रायगढ़ किले की तरह बनाया गया है। पंडाल में आने वाले भक्तों से किसी भी प्रकार का धन या चढ़ावा नहीं लिया जाता है, सिर्फ नारियल चढ़ाने की अनुमति होती है। गणेशोत्सव में ‘अंधेरी का राजा’ के दर्शन करने के लिए फिल्मी सितारे और नेता भी आते हैं। इस साल भी प्रसिद्ध ‘अंधेरी के राजा’ (अंधेरीचा राजा) गणपति मंडल ने ड्रेस कोड लागू किया है। कोई भी छोटे कपड़े पहनकर दर्शन नहीं कर सकता है।