मिली जानकारी के मुताबिक, भोजन विषाक्तता यानी फूड पॉइजनिंग की शिकायत के बाद 26-27 अप्रैल को कम से कम 12 लोगों को बीएमसी (नगर निगम) के एमडब्ल्यू देसाई अस्पताल में ले जाया गया। इलाज के बाद उनमें से नौ को छुट्टी दे दी गई, जबकि तीन का इलाज चल रहा है। सभी ने चिकन शोरमा खाया था।
डॉक्टरों ने बताया कि पीड़ितों की हालत स्थिर है। अभी अस्पताल में 28 वर्षीय स्वप्निल दहानुकर, 36 वर्षीय मुश्ताक अहमद और 32 वर्षीय सुजीत जयसवाल का इलाज चल रहा है। अधिकारियों ने कहा कि 12 लोगों में से 10 लोग तबियत खराब होने के बाद शुक्रवार को अस्पताल में आए थे। पिछले हफ्ते पुणे में 50 से ज्यादा छात्रों को फूड पॉइजनिंग की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। सभी दक्षिणा फाउंडेशन (Dakshana Foundation) कोचिंग सेंटर के छात्र थे, जो वहां जेईई और एनईईटी परीक्षा की तैयारी करते है और वहीँ रहते है। रात में खाना खाने के बाद छात्रों की तबीयत बिगड़ने लगी थी।