वहीं म्हाडा रिपेयरबोर्ड के अध्यक्ष विनोद घोसालकर की मानें पीएमजीपी के तहत आने वाली 66 इमारतों में से 63 इमारतों के डिज़ाइन और आर्किटेक्ट का काम पूरा हो चुका है। ये इमारतें 30-40 मंजिला बनेंगी, जिनके निर्माण के लिए सोसायटियों से बातचीत चल रही है। सोसायटियों की सहमति मिलने के बाद काम शुरू कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पीएमीपी की इमारतों में सबसे पहले भायखला की ब्रह्मा विष्णू महेश, प्रभाकर चाल, अंधार चाल माझगांव, उमरखाड़ी, समता परिश्रम कांदीवली और पिंपलेश्वर करी रोड के लिए रिपेयर बोर्ड ने बजट की व्यवस्था भी कर ली है। वहीं इन इमारतों के निर्माण के बाद म्हाडा को 3 हजार 481 अतिरिक्त घर मिलेंगे।
पीएमजीपी पुनर्विकास के बाद मिलने वाले घरों का उपयोग हम म्हाडा के ट्रांजिट निवासियों के लिए कर सकते हैं। अभी हमारे पास ट्रांजिट के लिए आवास की संख्या बहुत कम है। आगामी समय में रिडेवलपमेंट के जरिए ही हमें घर उपलब्ध हो सकेगा। वहीं रहिवासियों को होने वाली परेशानियों का भी ध्यान रखा जाएगा, ताकि म्हाडा की ओर से विभिन्न तरह से सहूलियतें प्रदान की जा सकें।
– विनोद घोसालकर, प्रेसिडेंट, रिपेयर बोर्ड म्हाडा