विदित हो कि अभी तक नगर निगम के पास म्हाडा कॉलोनियों के लिए योजना प्राधिकरण का अधिकार भी था, जिसके चलते ओसी मिलने में देरी हुई, ऐसा बताया जा रहा है। लेकिन पिछले साल राज्य सरकार ने म्हाडा की 56 कॉलोनियों के लिए योजना प्राधिकरण की शक्तियों को नगरपालिका से म्हाडा को हस्तांतरित कर दिया। अब बस अग्नि सुरक्षा के लिए फायर ब्रिगेड, जबकि मल निस्तारण को लेकर मुंबई नगर निगम से अनुमति की आवश्यकता है। इसलिए अब म्हाडा की ओर से उन घरों का ओसी तय करने की प्रक्रिया चल रही है। इनमें से कुर्ला में लगभग 250 और गोरेगांव में लगभग 100 घर जल्द ही लोगों को दिए जाने की उम्मीद है। वहीं बाकी घरों पर ओसी के परिणाम भी जल्द ही तय किए जाएंगे।
2016 से 2019 तक लॉटरी के विजेताओं के घरों में से अधिकांश फ्लैट उच्च (एलआईजी) और मध्य (एमआईजी) समूहों के हैं। मुलुंड और गोरेगांव में कुछ विजेताओं को प्रस्ताव पत्र दिया गया है, जिन्हें ओसी प्रमाणपत्र दिया जाना है। इनमें गोवनपाड़ा मुलुंड में 269 और सिद्धार्थनगर गोरेगांव में 28 घर शामिल हैं। वहीं अब जल्द ही बाकी विजेताओं को भी उनके घरों की ओसी सौंपी जाएगी। इसके लिए म्हाडा एक योजना के तहत काम कर रही है।
– भगवान सावंत, उप मुख्य अधिकारी, पणन विभाग, म्हाडा