महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी अजित पवार गुट के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो गया है। रिपोर्ट्स की मानें तो बीजेपी सबसे ज्यादा 150 से 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जबकि सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना की झोली में 80 से 85 और एनसीपी के पास 40 से 45 सीटें जा सकती हैं।
बताया जा रहा है कि निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने से पहले ही महायुति सीट बंटवारे का ऐलान कर सकती है। जबकि दशहरा के आसपास बीजेपी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर सकती है।
गौरतलब हो कि 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव में 288 सीटों में से बीजेपी ने सबसे ज्यादा 105 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि अविभाजित शिवसेना ने 56 सीटें, अविभाजित एनसीपी ने 54 सीटें और कांग्रेस ने 45 सीटें जीती थीं। तब अविभाजित शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। लेकिन नतीजे आने के बाद सीएम पद को लेकर विवाद होने पर उद्धव ठाकरे की शिवसेना एनडीए से अलग हो गई। जिसके बाद शरद पवार ने विभिन्न विचारधाराओं वाले शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस को एक साथ लाकर महाविकास आघाडी (MVA) का गठन किया।
एमवीए के सत्ता में आने के बाद 2019 में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। करीब ढाई साल बाद एकनाथ शिंदे अधिकतर शिवसेना विधायकों को साथ लेकर उद्धव ठाकरे से अलग हो गए और उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। इसके एक साल बाद जुलाई 2023 में अजित पवार ने चाचा शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी से नाता तोड़ लिया और शिवसेना (शिंदे)-बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार में शामिल हो गए।