मिली जानकारी के मुताबिक, लड़की ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पहले अपनी मां की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर इसे आत्महत्या का रूप देने की साजिश रची। 42 वर्षीय मृतक संगीता मारुती झोरे अपनी दो बेटियों के साथ परखंदे अहिल्यानगर गांव की रहती थी।
पुलिस के मुताबिक, 10 सितंबर की तड़के सुबह करीब 4:30 बजे संगीता अचानक उठीं तो उन्हें घर में कुछ हलचल महसूस हुई। इसलिए जब वह अपनी बड़ी बेटी भारती के कमरे में देखने गई तो वहां का नजारा देखकर हैरान रह गई। भारती अपने बॉयफ्रेंड संतोष दत्तात्रेय नांदगावकर के साथ बिस्तर पर आपत्तिजनक स्थिति में थीं।
यह देख संगीता के पैरों तले जमीन खिसक गई और उन्होंने शोर मचाना शुरू किया। इस बीच संतोष नांदगावकर तेजी से उनकी तरफ बढ़ा। संतोष ने संगीता का मुंह दबाया और उसे जमीन पर पटक दिया। फिर संगीता के चेहरे पर कंबल रखकर मुंह दबाया। इस दौरान बेटी भारती ने मां संगीता के दोनों पैर पकड़े। संगीता ने खुद को बचाने की काफी कोशिशें की लेकिन दम घुटने से मौके पर ही मौत हो गई।
42 वर्षीय संगीता को मौत के घाट उतारने के बाद भारती और संतोष ने एक षड्यंत्र रचा। संगीता की हत्या के सबूत मिटाने की नियत से शव को घर की छत पर लगे लोहे के पाइप से साड़ी से फंदा बनाकर लटका दिया। उस स्थान पर लकड़ी का स्टूल भी रखा, जिससे सभी को संगीता की मौत आत्महत्या लगे।
नियति को शायद कुछ और ही मंजूर था, संगीता की दूसरी बेटी सुरेखा ने सब कुछ अपनी आंखों से देख लिया। उसने मौका पाकर अपनी बड़ी बहन और उसके बॉयफ्रेंड संतोष की करतूतों की सारी जानकारी परिजनों को दी। जिसके बाद परिजनों ने भारती झोरे और उनके बॉयफ्रेंड संतोष नांदगावकर के खिलाफ खालापुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए दोनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में आगे की जांच जारी है।