ज्ञात हो कि बागी विधायक संजय शिरसाट ने कल ट्वीट कर उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के परिवार का मुखिया बताया है। लेकिन इस ट्वीट पर घमासान मचते ही उन्होंने इसे डिलीट कर दिया। आज उन्होंने इसे लेकर सफाई दी है। शिरसाट ने कहा कि मैंने जो ट्वीट किया वह उद्धव ठाकरे का भाषण था। उस भाषण में उन्होंने महाराष्ट्र के बारे में अपने राय रखी थी।
वहीं सियासी गलियारों में चर्चा है कि क्या संजय शिरसाट कैबिनेट में जगह न मिलने से नाराज हैं और उद्धव ठाकरे का वीडियो ट्वीट कर शिंदे कैंप को अपने तेवर दिखा रहे हैं। लेकिन अब संजय शिरसाट ने इसे लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि मैं एकनाथ शिंदे के साथ हूं। वे बोले कि कल तकनीकी खराबी के कारण ट्वीट गलत हो गया।
शिरसाट ने कहा कि मेरा ट्वीट प्रेशर मैकेनिज्म का हिस्सा नहीं है। साथ ही मैंने मंत्रिपद के लिए कोई दबाब नहीं बनाया है। वे बोले कि हमने उद्धव ठाकरे को परिवार का मुखिया माना लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। इसलिए मौजूदा स्थिति पर मुझे खेद है। उन्होंने कहा कि मंत्रिपद नहीं मिला इसलिए मैंने ये ट्वीट नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार नई सरकार के गठन के 39 दिनों बाद मंगलवार को हुआ है। दरअसल कैबिनेट विस्तार शिंदे गुट और बीजेपी के बीच 50-50 फॉर्मूले के तहत हुआ है। जिसके मद्देनजर 9-9 विधायक मंत्री बनाए गए हैं। शिंदे कैबिनेट में शामिल सभी मंत्री करोड़पति हैं। जबकि 12 ऐसे मंत्री हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।